इंजीनियरिंग के गुर सीखेंगे मिडिल स्कूल की छात्र-छात्राएं

जनपद के तीस विद्यालयों का हुआ चयन

अजीत पार्थ न्यूज बस्ती

मिडिल स्कूल में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को तकनीकी शिक्षा में दक्ष किया जाएगा। कौशल विकास के लिए पहले चरण में जिले के 30 जूनियर हाईस्कूलों का चयन किया गया है।चयनित स्कूलों में आओ करके सीखो कार्यक्रम के तहत बच्चे खेती-किसानी के साथ इंजीनियरिंग के गुर सीखेंगे। स्किल लैब निर्माण के लिए प्रति विद्यालय 28,770 रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।

जनपद में संचालित 639 उच्च प्राथमिक स्कूलों में यह कार्यक्रम संचालित होगा। विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के साथ कौशल विकास योजना के तहत तकनीकी शिक्षा में दक्ष में किया जाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक स्कूलों के बच्चों को तय चार ट्रेड में दक्ष बनाएंगे। इन विद्यालयों में इंजीनियरिंग एंड वर्कशॉप, एनर्जी एंड एनवायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी व गार्डनिंग और होम एंड हेल्थ ट्रेड को शामिल किया गया है। इसके लिए इलेक्ट्रिक उपकरण, खेती किसानी के लिए फावड़े, खुरपे, गैस चूल्हा, राजमिस्त्री, सिलाई-कढाई के उपकरण खरीदे जाएंगे। इन विद्यालयों के शिक्षक प्रशिक्षित किए गए है।
जिला समन्वयक प्रशिक्षण सुनील तिवारी के अनुसार कौशल विकास केंद्रों के लिए विद्यालयों का चयन हो चुका है। चयनित विद्यालयों में तकिया, डारीडीहा, रामपुर देवरिया, बेईली, बहादुरपुर, दीक्षापार, बनकटी, सिरसिया, गोपालपुर ऊंजी, पैकौलिया बरुवार, रेवता, गांधीनगर, आदर्श पुरानी बस्ती, बस्थनवा, केशवपुर, महुआ लखनपुर, खदरा, कन्या पुरसिया, परसा जाफर, बड़ोखर, मझारी, कुदरहा, चोबा, इंदौली, सरैया तिवारी, रजवापुर, महखरपुर, पादरी द्वितीय, गोथवा द्वितीय, जगतापुर, बिछियागंज शामिल हैं। इन विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार के अनुसार चयनित विद्यालयों में कौशल विकास की पढ़ाई की तैयारी पूरी कर ली गई है। अभी इसे तीस विद्यालयों में लागू किया जाना है। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उपकरणों को आपूर्ति हो चुकी है। दूसरे चरण में अन्य स्कूलों में योजना लागू की जाएगी।

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