डॉ.अनुज सरकारी के परिसंपत्तियों की जांच के लिए विधान परिषद सदस्य नें प्रवर्तन निदेशालय को लिखा पत्र

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

विगत सप्ताह गोरखपुर जनपद में डॉ.अनुज सरकारी एवं उनके कर्मचारियों द्वारा निलंबित सिपाही की पत्नी एवं मासूम बच्चे के समक्ष अल्ट्रासाउंड के फीस के लिए निर्ममता पूर्वक पिटाई किए जाने के बाद पीड़ित सिपाही द्वारा घटना के दूसरे दिन डॉ.अनुज सरकारी के ऊपर हथौड़े से हमलाकर देने पर उक्त सिपाही के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जिला कारागार गोरखपुर भेज दिया गया था। उक्त मामले में गुरुवार को एक नया मोड़ आ गया जब गोरखपुर फैजाबाद स्नातक क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह पहले गोरखपुर मंडल कारागार में बंद निलंबित सिपाही से मुलाकात किया और उसके बाद उसकी पीड़ा तथा पुलिस द्वारा की गई ज्यादती के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद डॉ.अनुज सरकारी के परिसंपत्तियों की जांच हेतु प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक को संबोधित पत्र लिखा।

पत्र के अनुसार डॉ.अनुज सरकारी द्वारा गोरखपुर के पैडलेगंज में निजी गैस्ट्रो लीवर हास्पिटल का संचालन किया जा रहा है, जहां पर मरीजों से मनमानी ढ़ंग से परामर्श एवं जांच फीस लिया जा रहा है। इस मद में प्रतिदिन लाखों रुपये की आमदनी होती है। वर्तमान समय में डा. सरकारी एवं उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम से करीब दो सौ करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां हैं। इतनी बड़ी संपत्ति केवल टैक्स चोरी से ही एकत्र करना संभव है। गंभीरता से इनकी परिसंपत्तियों की जांच की जाए तो बहुत बड़ी काली कमाई के तथ्य उजागर हो सकते हैं। इसके लिए उन्होंने डॉ.अनुज सरकारी द्वारा अर्जित किए गए अकूत संपत्ति की जांच कराने की मांग किया है। विधान परिषद सदस्य द्वारा ईडी को पत्र भेजे जाने से गोरखपुर शहर के चिकित्सकों सहित अन्य में हड़कंप मच गया है।

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