अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
प्रेमिका को पाने और पत्नी से छुटकारा के लिए पीएसी जवान नें ऐसा खेल रचा कि हर कोई सोचने के लिए मजबूर हो गया। पूरा मामला बरेली जनपद का है, जहां पर एक पीएसी जवान नें अपनी पत्नी के गर्दन पर साथियों से जहर के सात इंजेक्शन लगवा कर हत्या कर दिया गया था।
उक्त मामले पुलिस नें घटना के बाद आरोपी पीएसी जवान रवि के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई तो उससे घटना का पर्दाफाश होता चला गया। एक नंबर से ही कई बार रवि की बात होने की पुष्टि हुई। आरोपियों नें मीनू की हत्या करना कबूल किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बरेली में पीएसी के आठवीं बटालियन के सिपाही रवि की पत्नी मीनू की हत्या का शुक्रवार को खुलासा हो गया। पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा नें प्रेसवार्ता में बताया कि रामपुर जिले के मिलक थाने के गांव सिहारा निवासी रवि नें अपने दोस्त बिथरी के गांव सैदपुर खजुरिया निवासी शानू और प्रेमनगर के माधोबाड़ी निवासी जतिन के साथ मिलकर मीनू की हत्या की थी। इन तीनों ने मीनू की हत्या करना कबूल किया है।
शानू कार डेंटर के तौर पर काम करता है, जबकि जतिन प्राइवेट एम्बुलेंस का कर्मचारी है,जो नशे के इंजेक्शन के इस्तेमाल की जानकारी रखता है। इन लोगों नें रवि से मीनू की हत्या का सौदा आठ लाख रुपये में किया था। प्लॉट बेचने वाले बनकर ये लोग मीनू से मिले थे और सात बार जहरीला इंजेक्शन लगाकर कार में ही मीनू की हत्या कर दी। इसके बाद शानू और जतिन फरार हो गए थे। रवि बेहोश होने का नाटक कर वहीं पड़ा रहा। रवि अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था। इसलिए उसने दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
रामपुर निवासी रवि आठवीं पीएसी वाहिनी में सिपाही पद पर तैनात है। वह 23 फरवरी की दोपहर पत्नी मीनू के साथ घर से अपनी कार लेकर निकला था और पत्नी को दवा दिलाने ले जाने की बात कही थी।कुछ देर बाद उसने सिपाही दोस्त संजय को फोन पर बताया कि फरीदपुर में मंदिर के पास बदमाशों ने उन लोगों पर हमला कर दिया है। संजय वहां पहुंचे तो देखा कि कार में मीनू पड़ी थी, जबकि रवि बाग में पड़ा मिली। निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने मीनू को मृत घोषित कर दिया था। सोमवार को मीनू के पिता ने रवि पर बेटी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने रवि और उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में ले लिया। तीनों से सख्ती से पूछताछ की गई। तीनों ने मीनू की हत्या करना कबूल किया।
पुलिस ने घटना के बाद रवि के नंबर की सीडीआर निकलवाई तो उससे घटना का राजफाश होता चला गया। एक नंबर से ही कई बार रवि की बात होने की पुष्टि हुई। सूत्र बताते हैं कि यह नंबर किसी महिला का है और उसी की वजह से रवि ने पत्नी को रास्ते से हटाया है। हालांकि पूछताछ में रवि ने पत्नी पर भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं।
आरोपी ने कहा कि उनके संबंध अच्छे नहीं चल रहे थे। मीनू किसी और से भी बात करती थी। हालांकि पुलिस मानकर चल रही है कि ऐसा रवि केवल अपने बचाव में कह रहा है। इधर, पुलिस ने नंबरों से ही जानकारी जुटाकर एक और युवक को पकड़ा है। पता लगा है कि दो दोस्तों की मदद से रवि ने मीनू की हत्या की है।
रामपुर निवासी रवि आठवीं पीएसी वाहिनी में सिपाही पद पर तैनात है। वह 23 फरवरी की दोपहर पत्नी मीनू के साथ घर से निकला था। कुछ देर बाद उसने सिपाही दोस्त संजय को फोन पर बताया कि फरीदपुर में मंदिर के पास बदमाशों ने उन लोगों पर हमला कर दिया है। संजय वहां पहुंचे तो देखा कि कार में मीनू बेसुध थी, जबकि रवि बाग में पड़ा था। निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने मीनू को मृत घोषित कर दिया। सोमवार को मीनू के पिता नें रवि पर बेटी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करा दी। मृतका मीनू तीन बेटियों की मां थी और उसकी साल 2015 में रवि से विवाह हुआ था और 2018 में रवि पीएसी में सिपाही पद पर भर्ती हो गया था।