अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
जिस प्रेमिका के लिए जेल गया था युवक,उसी से जेल से लौटने के बाद विवाह किया, उक्त रिश्ता जमाने को मंजूर नहीं हुआ तो दोनों नें फांसी के फंदे पर लटक कर इहलीला समाप्त कर लिया। पूरा मामला प्रयागराज शहर के मेंहदौरी स्थित कांशीराम कॉलोनी का है। जहां पर एक युवा पति-पत्नी का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ पाया गया। घटना युवक के ससुराल में हुई है। घरवालों नें देखा तो फंदा काटकर दोनों के शव को नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक राजेंद्र उर्फ भगवानदास 25 बहरिया से अपनी ससुराल आया था। सूचना पर उसके परिजन भी आ गए और हत्या का आरोप लगाया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के दौरान राजेंद्र के घरवालों से पुलिस की हल्की नोकझोंक भी हुई।
सूचना के अनुसार बहरिया में जुगनूडीह निवासी प्रभुनाथ चालक हैं। उनके पांच बेटों में चौथे नंबर का राजेंद्र उर्फ भगवान दास भी गाड़ी चलाता था। उसने मेंहदौरी की कांशीराम कॉलोनी निवासी घनश्याम की बेटी 20 वर्षीया नेहा उर्फ लक्ष्मी के साथ कुछ माह पहले प्रेम विवाह किया था। पहले तो दोनों के घरवाले नहीं राजी थे लेकिन बाद में मान गए। सोमवार की शाम राजेंद्र पत्नी नेहा के साथ ससुराल पहुंचा। सुबह नेहा के घरवाले काम पर चले गए। नेहा दुकान पर सामान लेने चली गई। लौटी तो पीछे के कमरे में चली गई। काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली तो उसकी मां ने दरवाजे को धक्का दिया तो वह खुल गया। कमरे में राजेंद्र और नेहा के शव फंदे से लटक रहे थे। यह देखकर उसकी मां चीख पड़ी। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और फंदा काटकर दोनों के शवों को नीचे उतारा गया।
सूचना पर पुलिस पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। उल्लेखनीय है कि मृतक राजेंद्र नेहा के घरवालों के शिकायत पर जेल चला गया था, छूटने के बाद उसने नेहा से प्रेम विवाह किया था।