डीजीपी के हस्तक्षेप के बाद हुआ मुकदमा पंजीकृत
अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
आमजनता को न्याय पीठ पर बैठकर न्याय देने वाली महिला मजिस्ट्रेट खुद के न्याय के लिए तीन दिन तक दर दर भटकने के बाद आखिरकार डीजीपी के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को कोतवाली पुलिस नें आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है। गुरुवार को महिला प्रशासनिक अधिकारी द्वारा नायब तहसीलदार के खिलाफ हत्या एवं दुष्कर्म का प्रयास तथा कपड़े फाड़ने का आरोप लगाने पर जनपद के प्रशासनिक अमले में भूचाल आ गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में प्रशासनिक महकमे में महिला अधिकारी के साथ दुष्कर्म का प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले नें हड़कंप मचा दिया है। बस्ती सदर कोतवाली के तहसील परिसर में यह सनसनीखेज मामला सामने आया है। सदर तहसील में तैनात नायब तहसीलदार पर अपने साथ तैनात महिला नायब तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। इस संबंध में महिला मजिस्ट्रेट नें जो शिकायती पत्र थाने में दिया है, वह हैरान करने वाला है। घटना की रात की दास्तान महिला तहसीलदार नें अपने शिकायती पत्र में कही है, वह रोंगटे खड़े करने वाली है। महिला मजिस्ट्रेट भले ही बड़े-बड़े विवादों को पल भर में सुलझा देती हों, लेकिन उन्हें अपनी इज्जत और जान बचाने के लिए बेड के नीचे छुपना पड़ा था।
बस्ती तहसील की यह घटना 12 नवंबर की रात की है। महिला मजिस्ट्रेट की शिकायती पत्र के अनुसार, वह उस रात अपने घर पर अकेली थी। रात करीब एक बजे आरोपी नायब तहसीलदार महिला मजिस्ट्रेट के घर पर जा धमका। आरोपी नें दरवाजा खटखटाया, लेकिन देर रात होने की वजह से महिला नायब तहसीलदार नें दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद आरोपी नायब तहसीलदार घर के पीछे पहुंच गया। घर के पीछे का दरवाजा पैर से मार कर तोड़ दिया और घर में घुस गया। पीड़िता मजिस्ट्रेट नें अपनी तहरीर में बताया है कि घर में जबरन घुसने के बाद उसने पहले उन्हें थप्पड़ से पीटा। इसके बाद जबरदस्ती करने लगा।
महिला मजिस्ट्रेट नें शिकायती पत्र में कहा है कि विरोध करने पर नायब तहसीलदार नें उनके शरीर के कई हिस्सों पर दांत से काटा। इसके बाद फर्श पर पटक दिया और जबरन दुष्कर्म की कोशिश करने लगा। विरोध करने पर गला दबाकर हत्या की कोशिश की। महिला मजिस्ट्रेट नें कहा कि मुझे बेहोश होता देख वह दूसरे हाल में गया। इसी दौरान मैं किसी तरह से बेड के नीचे छिप गई। इसके बाद मैं बड़ी मुश्किल से दरवाजे की तरफ भागी और दरवाजा बंद कर दिया। मैंने घर के पीछे के दरवाजे पर ताला लगा लिया। तख्त को दरवाजे से लगा दिया, ताकि दरवाजा न टूटे।
तहरीर में महिला नायब तहसीलदार नें ने बताया कि मैं तीन दिन तक घर में डरी सहमी रही। किसी को कुछ नहीं बताया। 15 नवंबर को तीन दिन का सरकारी अवकाश लेकर अपने माता- पिता के पास चली गई। उसके बाद मैंने अपने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद परिजनों नें आगे बढ़कर मामले की शिकायत कोतवाली में किया। एएसपी दीपेंद्र चौधरी नें इस मामले में बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 307, 452, 323, 504, 354, 511 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच कोतवाली पुलिस कर रही है। जांच के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।