अजीत पार्थ न्यूज
जिस घर में शहनाई की गूंज के साथ-साथ महिलाएं हंसी-खुशी से मंगल गीत गाती हुई हल्दी की रस्म अदा कर रही थी, उसी घर में कुछ ऐसा हुआ कि करुण क्रंदन से लोगों का कलेजा विंध जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मऊ जनपद के घोसी थाना क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक घोसी रोडवेज के निकट रहने वाले बालेन्दु गुप्ता पुत्र राधेश्याम बृजेश गुप्ता का विवाह बलिया जनपद में तय था। शुक्रवार को वैवाहिक कार्यक्रम के पहले होने वाले हल्दी की रस्म के दौरान दीवार गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया। हादसे में चार महिलाओं सहित दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों के साथ जनपद के आला अधिकारियों एवं पुलिस प्रशासन के लोग राहत और बचाव कार्य में जुट गए। घायलों को मलबे से निकालकर तत्काल प्रभाव से जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
सूचना के अनुसार घोसी के रोडवेज के पास गली में वैवाहिक कार्यक्रम के उपलक्ष्य में हल्दी रस्म अदायगी के लिए काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं । इसी दौरान बगल में खड़ी जर्जर दीवार अचानक से भरभरा कर गिर पड़ी, जिसके नीचे बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे दब गए। घटना के बाद मौके पर हाहाकार मच गया। वहां मौजूद लोग मदद के लिए दौड़ पड़े और तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई।
सूचना मिलने तक मृतकों की संख्या छः और घायलों की संख्या 17 बताई जा है। मरने वालों में चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। सभी घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और सभी को रेफर कर दिया गया है। मृतकों में पूनम शर्मा 42 पत्नी विजय निवासी घोसी, माधव उम्र साढ़े तीन वर्ष पुत्र सत्यवान निवासी घोसी, चंदा चौरसिया 50 पत्नी जयचंद चौरसिया घोसी, पूजा अग्रवाल 32 पत्नी गोवर्धन अग्रवाल रानी की सराय आजमगढ़ शामिल हैं।
जिलाधिकारी अरुण कुमार के अनुसार घोसी कस्बे में विवाह के हल्दी कार्यक्रम के दौरान एक पुरानी दीवार कुछ महिलाओं के ऊपर भरभरा कर गिर गई । जिसमें 20 महिलाएं और दो बच्चे दब गए। इसके बाद जेसीबी लगाकर तुरंत दबे लोगों को मलबे से बाहर हटाने का कार्य किया गया, दुर्घटना में छः लोगों की मौत हो गई है जबकि घायलों को जिला अस्पताल सहित फातिमा अस्पताल और प्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर सभी का इलाज चल रहा है। मलबा हटाने का कार्य पूरा कर लिया गया है अब वहां पर किसी के दबे होने की संभावना नहीं है।