बस्ती में दारोगा की पोस्टिंग बताकर, मुसलमान युवक हिंदू बनकर, दलित युवती से कर रहा था विवाह,खुली पोल पिता,भाई संग गया जेल

अजीत पार्थ न्यूज

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में विवाह का अनोखा मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अहिरौली थाना क्षेत्र के एक गांव की दलित युवती से युवक नें अपना धर्म छिपाकर दोस्ती किया, और उसने खुद को उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा बताया। उसके बाद युवती के घरवालों को मना कर विवाह के लिए तैयार किया। विगत 25 फरवरी को विवाह की तारीख निश्चित की गई किंतु, बारात वाले दिन युवक नें अपनी मां को हार्ट अटैक आने का बहाना बनाकर बारात लाने से इनकार कर दिया। जब युवती नें बहुत दबाव डाला तो वह कार से पिता सगीर एवं भाई जावेद आलम के साथ दूल्हा बनकर युवती के दरवाजे पहुंच गया। दूल्हे के पहुंचने के बाद विधि-विधान के साथ जयमाल की रस्म निभाई गई। लेकिन दूल्हे की पोल तब खुली, जब उसके द्वारा लाए गए जेवर नकली निकले। शक होने पर दुल्हन के घर वालों नें दूल्हे को पकड़ लिया और पिटाई करने लगे। इसी दौरान उसके सिर पर लगी नकली बालों की बिग निकल गई। तब पता चला कि वह गंजा भी है। इसके बाद दूल्हे से पूछताछ हुई तो उसने अपना असली नाम तबरेज आलम बताया, उसके बाद युवती के परिजनों नें पुलिस बुला लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी युवक को पकड़कर थाने ले गई।

सूचना के अनुसार अहिरौली थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दलित युवती के पिता खेती-किसानी का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि मेरी बेटी से करीब एक साल पहले कप्तानगंज बाजार में एक युवक से मुलाकात हुई थी। युवक नें बताया था कि वह गोरखपुर का रहने वाला है और उसका नाम आर्यन प्रसाद है और खुद को यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर बताकर अपनी पोस्टिंग बस्ती जिले में बताया था। इसके बाद पुत्री से दोस्ती करने के बहाने उसने अपना मोबाइल नंबर दे दिया। एक दिन मैंने पुत्री को उससे बात करते हुए पकड़ लिया। जब उससे पूछा, तो उसने पूरी बात बताई, पुत्री के अनुसार हम दोनों एक-दूसरे को एक वर्ष से जानते हैं और एक-दूसरे से प्यार करते हैं। आरोप है कि आर्यन प्रसाद बना तबरेज आलम नें पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर युवती के साथ कई बार दुष्कर्म भी किया। आर्यन प्रसाद के सजातीय होने और सरकारी नौकरी की वजह से युवती के घरवाले विवाह के लिए राजी हो गए। करीब तीन माह पहले युवती के पिता अपने रिश्तेदारों के साथ गोरखपुर में युवक के बताए पते पर पहुंचे। वहां उसके पिता और भाई से मुलाकात के बाद रिश्ता तय हो गया और 25 फरवरी को विवाह की तिथि निर्धारित की गई।

युवती के परिजनों नें बाकायदा बौद्ध रीति-रिवाज से निमंत्रण पत्र छपवाए और सभी रिश्तेदारों को न्योता दे दिया। 25 फरवरी के दिन पूरे घर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया और 400 बारातियों का भोजन बनवाया गया। इसके साथ ही बारात आने का इंतजार होने लगा। हाथों में मेहंदी लगाए बैठी युवती नें बताया कि मैं अपने कमरे में तैयार हो रही थी, तभी मेरे मोबाइल पर फोन आया और आर्यन प्रसाद नें मुझसे कहा कि तुम लोग विवाह में दहेज कम दे रहो हो, इस कारण मेरी मां को हार्ट अटैक आ गया है। मैं बारात लेकर नहीं आ पाऊंगा, यह सुनते ही मेरे घर में मायूसी छा गई, मैंने पिता को पूरी बात बताई। तो उन्होंने दुख में शामिल होने की बात कही, साथ ही बारात लेकर आने को कहा। युवती के अनुसार काफी दबाव देने के बाद आर्यन प्रसाद रात करीब दस बजे पिता और भाई के साथ दूल्हा बनकर कार से हमारे दरवाजे पहुंच गया। उसका स्वागत किया गया और द्वारपूजा की रस्म के बाद जयमाल भी हो गया। उसके बाद सभी लोगों नें भोजन किया।फिर रात होते-होते कई रिश्तेदार अपने घर चले गए।

उसके बाद रात करीब दो बजे पैर पूजने की रस्म शुरू हुई। उस समय दूल्हे ने लाए हुए जेवर सामने रखे। बस यहीं से उसकी पोल खुलने लगी। मेरी मां को उसके लाए हुए जेवर नकली लगे। जिस पर मेरे घर वालों नें विरोध किया और उस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने लगे। इस पर वह खुद को इंस्पेक्टर बताकर रौब झाड़ने लगा। तब गुस्से में आकर मेरे घर वालों नें उसे थप्पड़ मार दिए, जिससे सेहरे के साथ उसके सिर पर लगी नकली बालों वाली बिग निकलकर गिर गई। जिस पर उसके गंजा होने की बात पता चली। इसके बाद उसे पुलिस को सौंपने की धमकी दी गई, तो उसने अपना असली नाम तबरेज आलम बताया और खुद को मुसलमान बताया। अपना पता कप्तानगंज थाना क्षेत्र स्थित नगर पंचायत मथौली बताया । यह सुनते ही मेरे घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद उसको जमकर पीटा गया और रात को ही पुलिस बुला ली गई। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और तबरेज आलम को पकड़कर थाने ले गई।

उक्त मामले में युवती के पिता का कहना है कि हम लोगों ने विवाह में बहुत पैसे खर्च कर दिए हैं। खेत बेचकर बेटी के लिए दहेज का सामान लाए थे। इसके अलावा समाज में भी हमारी बहुत बदनामी हुई। घर की अंतिम शादी थी इसलिए मैं अपने दस कट्ठे जमीन में से तीन कट्ठा जमीन पांच लाख रुपये में बेच दिया था ।

उक्त मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अभिनव त्यागी के अनुसार अहिरौली थाना क्षेत्र के एक गांव में पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति धर्म छिपाकर शादी करने पहुंचा था। युवती के पिता की तहरीर पर मामला पंजीकृत करते हुए आरोपी को पिता तथा भाई के साथ गिरफ्तार किया गया है।

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