दूध से नहाता है हाथरस कांड का बाबा, फिर उसी दूध से बनता है खीर, जो प्रसाद के रूप में भक्तों को किया जाता है वितरित

भक्तों को पाखंड एवं आडम्बर से दूर रहने का प्रवचन देने वाला तथाकथित बाबा खुद ही पाखंड में डूबा हुआ है।बाबा के भक्तों के अनुसार नित्य सुबह बाबा को दूध से नहलाया जाता है और उसी दूध से खीर बनती है जो प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा जाता है।

 

अनुसूचित वर्ग के जाटव समाज में जन्मे तथाकथित बाबा की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी धाक है। पुलिस की नौकरी करने के कारण उसको पुलिसिया प्रशिक्षण एवं तौर तरीके पूरी तरह से पता है, इसी कारण वह अपनी सेना बनाया है, जो काले कपड़े पहनते हैं और कार्यक्रमों में पुलिस के समकक्ष खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। उक्त थ्री पीस धारी बाबा नौकरी के दौरान काफी दिनों तक इटावा में तैनात था और उसके ऊपर यौन शोषण का मुकदमा भी पंजीकृत है।

सूत्रों के अनुसार तथाकथित बाबा नें 21 बीघे में अपना आश्रम बना रखा है‌ जिसके तीन तरफ से गेट हैं, घटना के बाद फिलहाल इस समय सारे गेट बंद हैं। भक्तों के अनुसार बाबा इसी आश्रम में नित्य सभा करता है।

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