जिंदगी और मौत जूझ रहे पति को लेकर आ रही महिला के साथ छावनी थाना क्षेत्र में एंबुलेंस चालक द्वारा दुष्कर्म का प्रयास, गहने लूटे

∆∆•• दुष्कर्म में सफल नहीं होने पर बीमार पति का एंबुलेंस चालक नें निकाला आक्सीजन मास्क, इलाज के दौरान हुई मौत

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

दुनिया में हैवानियत की कमी नहीं है,हवस के भूखे हवसी अपनी शारीरिक भूख मिटाने के लिए कुछ भी करने को आमादा हैं। ताजा मामला ऐसा है कि लोग एंबुलेंस चालक पर थू-थू कर रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीमार पति को एंबुलेंस से घर ला रही महिला के साथ एंबुलेंस चालक नें दुष्कर्म का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। सूचना के अनुसार एंबुलेंस में पीछे पति जीवन के लिए जूझ रहा था और आगे की सीट पर उसकी पत्नी से निजी एंबुलेंस चालक और उसका साथी चलती गाड़ी में शर्मनाक हरकतें कर रहे थे, इसी के साथ बस्ती जनपद में गाड़ी से उतार कर एंबुलेंस चालक और उसके साथी नें महिला से दुष्कर्म की कोशिश भी किया, उक्त कृत्य में सफल नहीं हुए तो पति का ऑक्सीजन मास्क निकाल कर फेंक दिया और उसे गाड़ी से उतारकर महिला के पहने गहने और उसके पास रखी नगदी लेकर फरार हो गए। उसके बाद डॉयल 112 की मदद से महिला के पति को बस्ती मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां से गोरखपुर ले जाते समय पति नें रास्ते में दम तोड़ दिया। उक्त मामले में पीड़िता महिला नें लखनऊ के गाजीपुर थाने में तहरीर दिया है।

सिद्धार्थ नगर जनपद के बांसी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की महिला नें 28 अगस्त को अपने बीमार पति को लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन इलाज के लिए पैसे कम पड़ जाने के कारण अगले दिन महिला नें चिकित्सक से अपनी परेशानी बताते हुए पति को डिस्चार्ज कर देने को कहा। इस पर अस्पताल वाले नें एक प्राइवेट एंबुलेंस का नंबर दिया। उसने उस नंबर पर बात की और गुरुवार शाम करीब साढ़े छः बजे एंबुलेंस से पति और 17 साल के भाई के साथ घर के लिए चल दी।

पीड़िता के अनुसार लगभग बीस किलोमीटर चलने के बाद एंबुलेंस चालक नें एक पेट्रोल पंप पर गाड़ी रोकी और महिला से कहा कि रात का मामला है, रास्ते में पुलिस गाड़ी चेक करती है। तुम आगे बैठ जाओ, तो पुलिस गाड़ी नहीं रुकवाएगी। महिला के अनुसार, पहले तो उसने मना कर दिया लेकिन उसके कई बार कहने पर मजबूरी में आगे की सीट पर बैठ गई। चालक नें उसके भाई को पीछे की सीट पर बैठा दिया। आरोप है कि कुछ दूर जाने के बाद चालक व उसके साथी नें महिला के साथ छेड़खानी शुरू कर दिया।

महिला के बार-बार मना करने के बावजूद भी वह लोग नहीं मान रहे थे। इस पर वह शोर मचाने लगी, लेकिन गाड़ी का शीशा बंद होेने के कारण उसकी आवाज बाहर तक नहीं गई। हालांकि उसकी चीख सुनकर पीछे की सीट पर बैठे भाई को कुछ गलत होने का अहसास हुआ तो उसने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ सौ किमी तक एंबुलेंस चालक और उसके साथी नें महिला से शर्मनाक हरकत करते रहे। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे बस्ती जनपद के छावनी थाना क्षेत्र में एंबुलेंस चालक नें गाड़ी रोक दिया।

इसके बाद महिला के भाई को आगे की सीट पर बैठाकर अंदर लॉक कर दिया और महिला से बाहर दुष्कर्म की कोशिश करने लगे। असफल होने पर महिला के पति का ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया और उसे गाड़ी से उतार कर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद महिला से मारपीट करते हुए उसके गहने, नकदी व मोबाइल लेकर और भाई को भी गाड़ी से उतार कर फरार हो गए।

इसके बाद महिला के भाई नें डॉयल 112 और 108 पर फोन किया। कुछ ही देर में दोनों पहुंच गए। इसके बाद महिला के पति की हालत गंभीर देखते हुए पहले उसे अस्पताल पहुंचाने का फैसला किया। पति को एंबुलेंस से तत्काल बस्ती जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां हालत में सुधार नहीं होने पर शुक्रवार को गोरखपुर रेफर कर दिया गया। गोरखपुर पहुंचने से पहले ही महिला के पति की सांसों नें उसका साथ छोड़ दिया।

पीड़िता महिला नें बस्ती के छावनी थाने में तहरीर देने की कोशिश की लेकिन उसका कहना है कि पुलिस वालों ने मामला लखनऊ का होने का जिक्र करते हुए उसे लखनऊ में ही तहरीर देने को कहा। इस पर महिला ने लखनऊ के गाजीपुर थाने में तहरीर दी। गाजीपुर कोतवाली प्रभारी विकास राय के अनुसार महिला के बताने के अनुसार मामला छावनी कोतवाली का है लेकिन महिला नें हमारी कोतवाली में शिकायती पत्र दिया है। मामले की जांच कराई जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई किया जाएगा।

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