अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ ) के गोरखपुर स्थित कार्यालय मे सीबीआई लखनऊ की टीम नें छापा डालकर परियोजना निदेशक के मैनेजर (तकनीकी) वृजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। मामले में पूछताछ के लिए टीम उन्हें लखनऊ ले गई है।
बुधवार की दोपहर करीब तीन बजे सीबीआइ टीम तारामंडल स्थित कार्यालय पहुंची। इस दौरान टीम नें एनएचएआइ मैनेजर (तकनीकी) के पास मिले दस्तावेज को कब्जे में ले लिया। पूछताछ के बाद वृजेंद्र सिंह के सहारा स्टेट स्थित आवास पर पहुंची। जहां करीब साढ़े तीन लाख रूपये नकद एवं एक डायरी बरामद हुआ ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएचएआइ कार्यालय, गोरखपुर में तैनात मैनेजर (तकनीकी) वृजेंद्र सिंह को सीबीआइ की टीम नें गिरफ्तार किया है। गुरुवार सुबह टीम उन्हें लखनऊ ले गई। सूचना के अनुसार कुशीनगर जनपद के तमकुही राज नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो यशोधरा नगर, हरिहरपुर के निवासी धनंजय राय को तीन जुलाई, 2023 को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड का पेट्रोल पंप आवंटित हुआ था।
पेट्रोल पंप के मालिक धनंजय राय द्वारा विगत 18 सितंबर, 2023 को एनओसी के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि वृजेंद्र सिंह नें अनापत्ति प्रमाण-पत्र के लिए डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत धनंजय राय नें सीबीआइ की लखनऊ शाखा में किया था।
विगत तीन जुलाई, 2024 को मुकदमा पंजीकृत करने के बाद टीम बुधवार को यहां पहुंची थी। कार्यालय पर जांच के बाद टीम वृजेंद्र सिंह के घर गई, जहां से गुरुवार की सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सूत्रों के अनुसार उक्त मामले सीबीआई नें पूछताछ के बाद कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें बृजेन्द्र सिंह के अलावा जय प्रताप सिंह चौहान डिप्टी मैनेजर एनएचएआई रीजनल कार्यालय वाराणसी एवं मुकेश कुमार कार्यालय सहायक निर्माण रीजनल कार्यालय वाराणसी प्रमुख हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार तय रकम डेढ़ लाख रुपये की प्रथम किश्त पचास हजार रुपये देते हुए सीबीआई नें रंगे हाथ पकड़ा।