पीटे गए एसडीएम के समर्थन में लेखपालों नें तहसील परिसर में दिया धरना, आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी का किया मांग

अजीत पार्थ न्यूज हरैया बस्ती

जनपद के हरैया तहसील परिसर में गुरुवार एसडीएम पर हमला करने वाले नामजद अधिवक्ताओं के गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील में कार्यरत राजस्व विभाग के सभी संवर्गों के कर्मचारी धरने पर बैठ गए इस कारण तहसील में सभी पटलो पर कार्य अवरुद्ध हो गया। लेखपाल संघ के अध्यक्ष नें गिरफ्तारी नहीं होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी देते हुए कहा कि तब तक कार्य बहिष्कार भी चलता रहेगा।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महिनाथ त्रिपाठी व दो अन्य अधिवक्ताओं साधु प्रसाद पिनाकी राजभर व राम चंदर यादव पर एसडीएम नें हमला करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दिया था। आरोप था कि एक मुकदमे में अधिवक्ता महिनाथ पक्षकार थे जिसका फैसला उनके विरुद्ध हुआ तो वह क्षुब्ध हो गए।इसी खुन्नस को लेकर उन्होंने दो अन्य वकीलों के साथ एसडीएम पर उस समय अभद्रता करते हुए हमला कर दिया जब वह अपने कार्यालय में जाने के लिए वाहन से उतरकर बरामदे में जा रहे थे। मामले में एसडीएम मनोज प्रकाश की तहरीर पर पुलिस नें तीनों आरोपी अधिवक्ताओं के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है। शुक्रवार को हमले के विरोध लेखपाल संघ नें आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार करते हुए तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया। धरने को समर्थन देते हुए तहसीलदार पंकज गुप्ता व अन्य नायब तहसीलदार भी धरने में शामिल हुए। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं नें घटना की निंदा की और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग किया। लेखपाल संघ के पूर्व महामंत्री अजय राज नें आरोपी अधिवक्ताओं के तहसील कार्यालय में प्रवेश करने पर सबक सिखाने की बात कहते हुए उनको बाहर खदेड़ने का आह्वान सभी कर्मचारियों से किया। तहसील अध्यक्ष कृष्ण मोहन पटेल नें कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी धरना व कार्य का बहिष्कार चलता रहेगा। धरने में लेखपाल संघ के साथ अमीन संघ व तहसील में कार्यरत सभी राजस्व पटलो के कर्मचारी शामिल रहे।

कार्यालय नहीं आए एसडीएम

एसडीएम मनोज प्रकाश घटना के बाद शुक्रवार को सायं करीब सवा चार बजे अपने कार्यालय में आए। सुबह से उनके कार्यालय के बाहर एक महिला व दो पुरुष सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। एसडीएम कोर्ट सहित इससे संबंधित कई अन्य कक्षों में दोपहर को ताला लटका रहा। पता चला कि सभी धरने में शामिल होने गए है। अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम से मिलने पहुंचे लोग निराश होकर लौट गए।

एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी तीनों अधिवक्ता भी शुक्रवार को अपने चैंबर(तख्तों) नहीं दिखे।अधिवक्ता हाल में हलचल तो दिखी लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। प्रभारी निरीक्षक तहसीलदार सिंह ने अधिवक्ता हाल में पहुंचकर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उमाकांत त्रिपाठी व अन्य पदाधिकारियों से मामले का हल निकालने के पहल किए जाने के लिए बातचीत की। बाद में सभी इसी प्रकरण में बात करने के लिए सीओ कार्यालय चले गए। देर सायं को एसडीएम के कार्यालय पहुंचने के बाद सीओ संजय सिंह,प्रभारी निरीक्षक तहसीलदार सिंह व बार अध्यक्ष उमाकांत तिवारी के बीच मामले को लेकर बातचीत जारी है।

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