अजीत पार्थ न्यूज संवाददाता बस्ती
दीनी तालीम के साथ-साथ मदरसे आधुनिक शिक्षा पर भी जोर दें, सरकार की मंशा है कि मदरसे के बच्चों को भी अच्छी तालीम दी जाए, जिससे वह देश और विदेश में अपने समाज का नाम रोशन कर सकें। इसी कारण सरकार नें अन्य बोर्डों की तर्ज पर मदरसों में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। मदरसों में अध्ययनरत छात्रों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण विभाग एवं मदरसा शिक्षा परिषद कृत संकल्पित है। उक्त उद्गार स्थानीय प्रेस क्लब सभागार में आयोजित जनपद के सभी मदरसों के प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की रजिस्ट्रार डॉ.प्रियंका अवस्थी नें व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि मदरसों के छात्रों के एक हाथ में कुरान तथा दूसरे हाथ में लैपटॉप हो। उन्होंने मदरसा शिक्षकों का आवाहन किया कि वह अपने मदरसे से संबंधित निजी मसलों को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाने का प्रयास करें। मदरसों की बेहतरी के लिए सरकार तथा विभाग तल्लीनता से लगा हुआ है।
इस दौरान उपनिदेशक प्रयागराज एवं पूर्व रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह नें सरकार द्वारा वर्तमान समय में किए जा रहे विशिष्ट कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षक बेहतरीन विद्वान हैं, इस कारण वह अपनी संपूर्ण ऊर्जा का प्रयोग मदरसे में अध्यनरत छात्रों में करें।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए उपनिदेशक बस्ती मंडल डॉ. विजय प्रताप यादव नें मदरसों की भूमिका एवं प्रस्तावना पर विस्तार से चर्चा किया तथा उन्होंने बेहतरीन तालीम के लिए डायट की तर्ज पर मायट संस्था बनाने के लिए सुझाव दिया, जिससे मदरसे में पढ़ाने वाले शिक्षकों का समय-समय पर बेहतरीन ब्रिज कोर्स हो सके।
इस दौरान विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा अपने सुझाव एवं मांगें रजिस्टार महोदया के समक्ष रखी गई।