अजीत पार्थ न्यूज
एक साल पहले ही ब्याही बेटी को फांसी के फंदे पर झूलता हुआ देखकर मायके वालों नें आपा खो दिया और घर का शटर बाहर से बंद कर घर में आग लगा दिया, जिससे मृतका की सास और ससुर की जलने से मौत हो गई, बाकी घर में बचे लोगों को पुलिस नें रेस्क्यू कर बाहर निकाला। उक्त हैरतअंगेज मामला संगम नगरी प्रयागराज का है जहां पर एक साल पहले ही ब्याही गई बेटी की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। इस दौरान मायके पक्ष वालों नें ससुराल में आग लगा दिया जिससे आग में जलकर सास और ससुर की मौत हो गई। घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग की लपटों से घिरे हुए घर से पांच लोगों को जिंदा बाहर निकाला। लेकिन, जब आग पर पूरी तरह से कंट्रोल कर पुलिस अंदर पहुंची तो वहां महिला के सास-ससुर की जले हुए शव प्राप्त हुए। पुलिस अब मायके पक्ष वालों के खिलाफ भी केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने में जुटी हुई है। पहले मायके वालों नें ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया था वहीं, अब मायके पक्ष वालों पर घर में आग लगाकर विवाहिता के सास-ससुर की हत्या करने का आरोप लगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रयागराज के मुट्ठीगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले अंशु केशरवानी से धूमनगंज इलाके की रहने वाली अंशिका का विवाह विगत वर्ष फरवरी माह में हुई थी। सोमवार की रात में अंशु केशरवानी के घरवालों नें पत्नी अंशिका के घरवालों को फोन करके बताया कि उसने दोपहर 3 बजे से कमरे का दरवाजा बंद कर लिया है और दरवाजे को खोल नहीं रही है। जिसके बाद मायके वाले मुट्ठीगंज स्थित बेटी अंशिका के ससुराल पहुंचे। जब कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा गया तब तक अंशिका का शव फंदे से लटका हुआ था। जिसके बाद मायके वालों नें दहेज के लिये बेटी की हत्या करने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसी दौरान दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। आरोप है कि हंगामे के दौरान ही अंशिका के परिवार वालों ने उसकी ससुराल में आग लगाकर दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया।
मुट्ठीगंज के सत्तीचौरा मोहल्ले में घर में आगजनी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक पूरा घर आग की लपटों से घिर चुका था। अंशिका के पति अंशु के घर में निचले तल पर फर्नीचर की दुकान और गोदाम था, जिस वजह से आग की लपटें ऊपरी तल तक पहुंच गईं। मौके पर पहुंची पुलिस टीम और फायर ब्रिगेड नें घर में फंसे हुए 5 लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया। लेकिन, अंशिका की सास शोभा देवी और ससुर राजेन्द्र केशरवानी नहीं मिले थे। तब तक मायके वाले यही कह रहे थे कि वह अपने बेटे को लेकर भाग गए हैं।लेकिन, आग पर काबू पाने के बाद पुलिस जब रात करीब 3 बजे घर में घुसी तो वहां पर दोनों का जला हुआ शव बरामद हुआ। इस घटना के बाद पुलिस नें लड़की पक्ष के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
डीसीपी सिटी दीपक भूकर के अनुसार सोमवार की रात्रि 11:00 बजे थाना मुट्ठीगंज पर एक सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला जिसका नाम अंशिका केसरवानी है उसके द्वारा अपनी ससुराल में आत्महत्या कर ली गई है। दोनों मायके व ससुराल पक्ष के लोग मौके पर मौजूद हैं। सूचना मिलते ही थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस दौरान दोनों पक्षों के लोग आपस में झगड़ा कर रहे थे। इस दौरान मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल पक्ष के घर में आग लगा दी। पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकला गया।