अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
थाने पर ट्रेनिंग के लिए तैनात प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर नें सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। सूचना के अनुसार माइग्रेन का दर्द बर्दाश्त न कर पाने के चलते उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में तैनात एक प्रशिक्षु दारोगा नें बुधवार की देर शाम थाना परिसर में बने आवास के अपने कमरे में सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार लिया। रूम पार्टनर प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर जब कमरे पर पहुंचा, तो यह खुलासा हुआ। सूचना पर पुलिस अधीक्षक समेत फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गए ।मृतक दारोगा के शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कानपुर जनपद के कल्याणपुर थाने के लवकुश पुरम निवासी अरुण कुमार यादव 30 पुत्र सुरेंद्र सिंह यादव बतौर प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर बाराबंकी के कोठी थाने में तैनात थे। उनके साथ विशेष कुमार कुरील भी प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर तैनात हैं। दोनों कानपुर के ही रहने वाले हैं और कोठी थाने के एक ही कमरे में रहते थे। बुधवार को दिन में करीब ग्यारह बजे दोनों प्रशिक्षु दारोगा और दूसरे पुलिसकर्मियों ने एक साथ मेस में खाना खाया।
इसके बाद अरुण कुमार नें कुछ सरकारी काम निपटाया, फिर वह अपने कमरे में चले गए। साथी दारोगा विशेष कुमार दूसरे किसी सरकारी काम मे लग गए। विशेष कुमार जब सरकारी काम निबटाकर अपने कमरे पर गए तब कमरा अंदर से बंद था।काफी देर तक उन्होंने आवाज दी, लेकिन जब कमरा नहीं खुला तो उन्होंने थाना प्रभारी को इसकी सूचना दिया। तत्काल थाना प्रभारी और थाने का स्टाफ पहुंचा और वीडियो ग्राफी कराते हुए दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर का हाल देख सभी पुलिसकर्मियों की चीख निकल गई। कमरे के अंदर अरुण कुमार यादव खून से लथपथ पड़े थे। उनके दाहिनी कनपटी में फायर आर्म इंजरी का निशान था। शव के पास सुसाइड नोट पड़ा हुआ था। सुसाइड नोट में खुद को माइग्रेन की पीड़ा से ग्रसित होने के कारण आत्महत्या करने की बात लिखी गई थी। एडिशनल एसपी डॉ.अखिलेश नारायण सिंह के अनुसार अरुण कुमार माइग्रेन बीमारी से पीड़ित थे। घटना के बारे में उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।