उत्तर प्रदेश के चार विश्वविद्यालय फर्जी करार

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

अगर आपके पाल्य वर्तमान शैक्षिक सत्र में उच्च शिक्षा के लिए उत्तर प्रदेश की किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना चाह रहे हैं तो एक बार यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की वेबसाइट ugc.gov.in पर दर्ज फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची 2024 अवश्य जांच कर लें। यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज सूची में उन सभी विश्वविद्यालयों के नाम और पते दर्ज हैं, जो यूजीसी के मानकों के खिलाफ चल रही हैं। इनमें पढ़ाई करने के बाद आपको नौकरी हासिल करने या आगे किसी कोर्स में प्रवेश लेने में दिक्कत हो सकती है।

यूजीसी हर साल फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी कर विद्यार्थियों को अलर्ट करता है। इस सूची में हर राज्य की उन विश्वविद्यालयों के नाम होते हैं, जिन्हें यूजीसी की तरफ से मान्यता नहीं दी गई है। इस सूची को देखकर प्रवेश लेने से आपके भविष्य के साथ खिलवाड़ होने से बच जाएगा। दरअसल, फर्जी विश्वविद्यालयों के अंकपत्र, प्रमाण-पत्र आदि मान्य नहीं होते हैं। यूजीसी की फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची 2024 के अनुसार, उत्तर प्रदेश में फिलहाल कुल चार ऐसी फर्जी विश्वविद्यालय हैं, जो यूजीसी की नजरो में हैं।

1- गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश)

2- नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अचलताल, अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)

3- महामाया टेक्निकल (प्राविधिक) विश्वविद्यालय, पीओ महर्षि नगर, जिला गौतमबुद्ध नगर, सेक्टर 110 के पीछे, नोएडा (उत्तर प्रदेश)

4- भारतीय शिक्षा परिषद, भारत भवन, मटियारी चिनहट, फैजाबाद रोड, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

प्रमुख हैं।

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