∆∆•• जमीन की वास्तविक स्थिति के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, अब आनलाइन दिखाई देगी फसल
अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
काश्तकारों द्वारा खेत में कौन सी फसल लगाई गई है अथवा जमीन सिंचित है या असिंचित, सरकारी है या निजी समेत तमाम जानकारियां अब घर बैठे प्राप्त की जा सकेंगी। इसके लिए ई- खसरे में दर्ज 46 कॉलम की सूचना का ऑनलाइन डाटा पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में रुधौली तहसील क्षेत्र में 284 ग्राम सम्मिलित हैं, इनमें 14 राजस्व ग्रामों में चकबंदी की प्रक्रिया संचालित है इस कारण इन ग्रामों में ई-खसरा का कार्य अभी नहीं होगा। जबकि अन्य 18 राजस्व ग्रामों का नक्शा राजस्व परिषद द्वारा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया। ऐसे में इन ग्रामों का खसरा ऑनलाइन अपलोड नहीं हो सकेगा। शेष 252 राजस्व ग्रामों में से 135 का मैपिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि 117 ग्रामों में अभी प्रकियाधीन है।
इसी प्रकार, भानपुर तहसील क्षेत्र के 428 राजस्व ग्रामों में मैपिंग होनी है। जिसमें 251 ग्रामों में कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष 177 राजस्व ग्रामों का खसरा अपलोड करने का कार्य चल रहा है। उपजिलाधिकारी हरैया विनोद कुमार पांडेय के अनुसार, करीब 5.60 लाख गाटा का ई-खसरा पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। इसमें 3.50 लाख से अधिक गाटा की मैपिंग हो चुकी है।
उपजिलाधिकारी सदर शत्रुहन पाठक के अनुसार तहसील क्षेत्र के 1122 गांवों की मैपिंग होनी है। करीब 65 प्रतिशत गांवों का ई- खसरा ऑनलाइन अपलोड किया जा चुका है। उनके अनुसार विवरण पोर्टल पर अपडेट करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे एक क्लिक पर ऑनलाइन देखा जा सकेगा। जिन राजस्व ग्रामों में चकबंदी की प्रक्रिया संचालित है उसे छोड़कर अन्य सभी ग्रामों में मैपिंग का कार्य किया जाना है। इस कार्य में लेखपाल, कृषि विभाग में कार्यरत टीएसी, एटीएम, बीटीएम, पंचायत सहायक, रोजगार सेवक और किसान मित्र इत्यादि लगाए गए हैं।
जानकारी के अनुसार ई- खसरे के ऑनलाइन हो जाने के बाद किस गाटे में कौन सी फसल कितने क्षेत्रफल में लगाई गई, इसकी जानकारी राजस्व विभाग व बीमा कंपनियों को कार्यालय में ही बैठकर मिल जाएगी। इससे मुआवजे व बीमा दावे के मामले निपटाने में तेजी आएगी। इसके साथ ही सरकारी जमीनों पर होने वाले अवैध कब्जों की भी जानकारी आसानी से हो सकेगी।