अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
भारी बारिश के कारण अंडरपास में करीब दस फीट तक पानी भर गया था। इसी दौरान रात में अपने साथी को घर छोड़ने जा रहे बैंककर्मी अंजाने में लबालब पानी भरे अंडरपास में फंस गए और इसी दौरान उनकी गाड़ी लाक हो गई, जिससे दोनों की पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। पूरा मामला हरियाणा के फरीदाबाद जनपद अन्तर्गत ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज का है। जहां पर नीचे भरे बरसाती पानी में एक कार डूब गई, जिससे कार में बैठे एचडीएफसी के बैंक के मैनेजर और कैशियर की बीती रात दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों के साथ बैंक में काम करने वाले बैंक कर्मचारी आदित्य के अनुसार गुरुग्राम के सेक्टर 31 में एचडीएफसी की शाखा में विराज द्विवेदी बतौर कैशियर के रूप में कार्यरत थे और पुण्यश्रेय शर्मा बैंक के मैनेजर थे तथा वह बैंक यूनियन के अध्यक्ष भी थे।
आदित्य नें बताया कि शुक्रवार को दिन भर बारिश हुई थी। इस वजह से विराज द्विवेदी उन्हें बैंक मैनेजर की एक्सयूवी 700 गाड़ी से छोड़ने के लिए जा रहे थे। विराज को बैंक मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा के घर रुकना था। बैंक मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा ग्रेटर फरीदाबाद स्थित ओमेक्स सिटी में रहते थे, जहां पर रात को विराज द्विवेदी को रुकना था और सुबह उन्हें किसी काम से दिल्ली निकलना था, लेकिन जैसे ही वह ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के पास आए, तो उसके नीचे काफी पानी भरा हुआ था, जहां पर कोई भी बैरिकेड्स नहीं लगी हुई थी।
उन्होंने कार आगे बढ़ाई और उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि पानी में कार डूब जाएगी। वह जैसे ही रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे गए, उनकी कार में पानी भरने लगा। उन्होंने कार से निकलने की कोशिश की, लेकिन पानी ज्यादा होने की वजह से वह निकल नहीं पाए और कार का दरवाजा भी लॉक हो गया, जिसके चलते उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
आदित्य नें बताया कि रात करीब साढ़े ग्यारह बजे के आसपास बैंक मैनेजर की पत्नी का फोन उनके पास आया था कि मैनेजर साहब का फोन बंद जा रहा है, जिसके बाद उन्होंने बैंक के मैनेजर और विराज द्विवेदी के फोन पर फोन मिलाया, लेकिन दोनों के फोन स्विच ऑफ जा रहे थे। इसके बाद उनकी पत्नी फरीदाबाद से और अन्य लोग गुरुग्राम से उन्हें खोजने के लिए उन्हें फरीदाबाद पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस नजर आई।
इसके बाद उन्होंने पुलिस से पूछा तो पता चला कि एक गाड़ी अंडरपास के नीचे फंस गई थी। इसके चलते उसमें दो लोगों की मौत हुई है, तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके साथ बड़ी अनहोनी हो चुकी है। आदित्य नें बताया कि अगर पुलिस ने बैरिकेड लगाई होती, तो शायद वे लोग गाड़ी को रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे से ले जाने की कोशिश नहीं करते और उनकी जान बच जाती।
उक्त मामले में उपनिरीक्षक राजेश नें बताया कि घटना बीती रात करीब साढ़े ग्यारह बजे की है। रेलवे अंडर ब्रिज के पास पुलिस की बैरिकेडिंग और सावधान के बोर्ड लगे हुए थे। उन्हें पुलिस ने पीछे भी इस रास्ते से जाने के लिए मना किया था, लेकिन यह लोग उसी रास्ते से जबरन निकल रहे थे, जिसके चलते उनकी गाड़ी पानी के अंदर फंस गई और पानी के अंदर गाड़ी डूबने के चलते दोनों की गाड़ी के अंदर फंसने से मौत हो गई। उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल के मर्चरी में रखवाया गया है और पुलिस द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।