आसमान में चंद्रमा का अलौकिक नजारा हुआ दृष्टिगोचर

डॉ.अजीत मणि त्रिपाठी

नवरात्रि के तीसरे दिन अर्थात चंद्रघंटा मां की रात्रि,आसमान में लोगों को एक अलौकिक नजारा देखने को मिला, जब चंद्रमा के ठीक नीचे चमकता हुआ एक तारा आसमान में दिखाई दिया। आकाश में यह नजारा शुक्रवार को करीब आठ बजे रात तक पश्चिम दिशा देखने को मिला। उक्त नजारे को लोगों नें अपने मोबाइल के कैमरे में कैद किया और एक दूसरे को उक्त खगोलीय घटना को बताया भी। ज्योतिषविद एवं मां भगवती भाग्योदय केंद्रम् वाराणसी के निदेशक पंडित अविनाश चतुर्वेदी “चंदन”के अनुसार खगोल मंडल में उक्त स्थिति चंद्र और शुक्र की युति के कारण बनती है। शुक्र वैसे भी चमकीला ग्रह है, चंद्रमा के अति निकट होने के कारण चंद्रमा के प्रकाश से शुक्र ग्रह और अधिक प्रकाशमान दिखाई देता है। ऐसा सैकड़ों वर्षों में कभी-कभी होता है, जब ग्रहों की स्थिति बदलती है, तो आसमान में उक्त नजारा दृष्टि गोचर होता है। चूंकि शुक्र ग्रह, शुभ ग्रह माना जाता है, खगोल मंडल में उक्त स्थिति बनने से संसार में सुख,समृद्धि आएगी तथा यह सौभाग्य का प्रतीक है। उक्त नजारा भारत सहित दुनिया के कई देशों में दिखाई दिया।

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