जानिए व्रतियों को नवरात्रि का अष्टमी व्रत किस तारीख को रहना है

अजीत पार्थ न्यूज वाराणसी

वर्तमान शारदीय नवरात्रि में अष्टमी व्रत के लिए व्रतधारियों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। इसको स्पष्ट करते हुए काशी स्थित मां भगवती भाग्योदय केन्द्रम् के निदेशक एवं सहदेव संस्कृत महाविद्यालय गाजीपुर के व्याकरण विभाग के प्रवक्ता पं.अविनाश चतुर्वेदी “चंदन” के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष के नवरात्रि में किया जाने वाला अष्टमी व्रत दिनांक 11 अक्टूबर 2024 दिन शुक्रवार को किया जाएगा। उनके अनुसार अष्टमी तिथि दिनांक 10 अक्टूबर 2024 को ही लग जा रही है लेकिन पहले सप्तमी तिथि 3:11 घटी यानी प्रातः 7 बजकर 25 मिनट तक है। उसके बाद अष्टमी प्रारंभ है, जो अगले दिन यानी 11 अक्टूबर 2024 को 1: 37 घटी यानी प्रातः 6 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी। उसके पक्ष नवमी तिथि प्रारंभ हो रही है जो रात शेष 5:57 तक है तथा तिथि क्षय होने के कारण अगले दिन सूर्योदय से स्पर्श नहीं करती है। निशिथकाल मध्य रात्रि की पूजा बलिदान आदि का कार्य दिनांक 10 अक्टूबर 2024 दिन गुरुवार की रात्रि सप्तमी युक्त अष्टमी में महानिशा पूजा होगी।

निर्णय सिंधु के अनुसार

महाअष्टमी घटिकामात्राप्यौदयिकी नवमी युक्ता ग्राह्या ।
सप्तमी स्वल्पयुता सर्वथा त्याज्या। सप्तमीयुताष्टम्यां अत्रोपवास: पुत्रवतो निषिद्ध:।।

यानी अष्टमी तिथि नवमी उदयकाल में ग्राह्य है। सप्तमी तिथि युक्त अष्टमी संतान वालों के लिए सर्वथा त्याज्य है।

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