अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
अभी तक आपने सुना होगा बाप नंबरी और बेटा दस नंबरी, लेकिन इस कहानी से अलग एक नई कहानी आ गई कि मां नंबरी और बेटी दस नंबरी। पूरा मामला उत्तर प्रदेश के एटा जनपद का है जहां पर हत्या की एक खौफनाक वारदात प्रकाश में आया है। सूचना के अनुसार एक विवाहिता महिला नें अपने प्रेमी को अपनी बेटी की हत्या करने की सुपारी दी थी। आशिक भी कत्ल करने के लिए गया, लेकिन लड़की नें उसको ऐसा ऑफर दिया कि पूरा मामला ही पटल गया। फिर आशिक का मन बदला और उसने बेटी की जगह उस महिला को ही मौत के घाट उतार दिया। इस घटना में लड़की का भी हाथ रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरा मामला एटा जनपद के नयागांव स्थित अल्हापुर ग्राम का है। उक्त ग्राम में अल्का नाम की एक महिला अपने पति रमाकांत और दो नाबालिग बेटियों के साथ यहां रहती थी। उसकी बड़ी बेटी की दो लड़कों से प्रेम संबंध था, जिसे लेकर महिला और बेटी के बीच मनमुटाव था। महिला का कहना था कि दोनों लड़के अच्छे नहीं हैं, इसलिए वह बेटी से उन लड़कों से दूर रहने के लिए कहती थी, लेकिन बेटी उसकी बात नहीं मानी।
बेटी की उक्त हरकत से तंग आकर अल्का नें दोनों लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया लेकिन पुलिस नें दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया, इसके बाद भी उसकी बेटी अपनी आदत से बाज नहीं आई और फिर दोनों लड़कों से बात करने लगी। इसी बीच जसरथपुर इलाके में विगत 6 अक्टूबर को अल्का का शव प्राप्त हुआ, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पति रमाकांत नें बेटी के आशिकों के खिलाफ तहरीर दिया।
पुलिस नें इस हत्याकांड की छानबीन किया तो दोनों लड़कों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। इस पर पुलिस नें महिला के मोबाइल के रिकॉर्ड निकाले, जिससे पता चला कि अल्का का उसके मायके में रहने वाले सुभाष 38 से अफेयर था और दोनों एक-दूसरे से घंटों-घंटों बातचीत भी किया करते थे। दुष्कर्म के एक मुकदमे में सुभाष दस सालों तक जेल में रहा और वह विगत सात माह पूर्व जेल से बाहर आया था। तब से वह लगातार अल्का के संपर्क में था।
फिर पुलिस सुभाष की तलाश में जुट गई। पुलिस को पता चला कि वह फरार है। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि अल्का की बड़ी बेटी भी घर से फरार है। इस पर जांच टीम नें 10 अक्टूबर को छापेमारी कर सुभाष और मृतका की बेटी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी सुभाष नें पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया। सुभाष के अनुसार महिला की शादी के बाद भी उसका अफेयर चल रहा था। कुछ दिन पहले अल्का नें उसे बताया कि उसकी बड़ी बेटी का दो लड़कों से अफेयर है, जिसे लेकर वह काफी परेशान है। आरोपी नें उसकी बेटी को काफी समझाया बुझाया, लेकिन वह नहीं मानी। फिर अल्का नें सुभाष को बेटी को मारने के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दे दिया।
सुभाष नें बताया कि वह अल्का की बेटी के पास गया और उसे सारी बात बता दिया। इस पर लड़की रोने लगी, जिससे उसे तरस आ गया और उसनें लड़की को नहीं मारा और उसे लेकर आगरा चला आया। जब उसनें अल्का से सुपारी के पैसे मांगे तो वह आनाकानी करने लगी। इस पर आरोपी नें महिला को सच बता दिया कि उसकी बेटी जिंदा है।
फिर महिला नें सुभाष से कहा कि जब वह उसके सामने बेटी को जान से मारेगा तब वह पैसे देगी। इस पर आरोपी नें उसकी मां की सारी बात बेटी को बता दी। इस पर बेटी नें आरोपी सुभाष को शादी का ऑफर दिया और कहा कि अगर वह उसकी मां को मार डालेगा तो उससे शादी कर लेगी। इसके बाद सुभाष नें अल्का को मिलने के बहाने बुलाया और उसनें पीट-पीटकर महिला को घायल कर दिया और दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दिया तथा शव को बाजरे के खेत में फेंक दिया। आरोपी सुभाष बढ़ईगीरी का काम करता है।