अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष की वकीलों द्वारा पिटाई का मामला प्रकाश में आया है।
उक्त पूरा मामला सुल्तानपुर जनपद का है। उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर स्वयं सुल्तानपुर जनपद के प्रभारी मंत्री भी हैं। जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर दीवानी कचहरी में शनिवार को एक शर्मनाक वाक्या हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल लाइन की सीताकुंड पुलिस चौकी में पकड़े गए बाइक चोरी के अपने रिश्तेदार आरोपी को पुलिस से छुड़वाने की सिफारिश करने के आरोप में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष की ही वकीलों नें दीवानी परिसर में जमकर पिटाई कर दिया। फिलहाल मामला वकीलों से जुड़ा होने को लेकर पुलिस कुछ भी साफ-साफ बताने से इंकार कर रही है।
सूचना के अनुसार दीवानी परिसर के बगल स्थित सिविल लाइन की सीताकुंड पुलिस चौकी पर एक बाइक चोरी के आरोप में एक युवक को पुलिस कस्टडी में लेकर बैठाए हुए थी। उसपर एक वकील की मोटर साइकिल चुराने का आरोप था। इसी दौरान घटनाक्रम की सूचना आरोपी के रिश्तेदार सुभासपा प्रदेश उपाध्यक्ष अखिलेश शर्मा को मिली। वह भी दीवानी चौराहा पहुंच गए। वकीलों का आरोप है कि शर्मा बाइक चोर को गिरफ्त से छुड़वाने के लिये पुलिस से सिफारिश कर रहे थे। बस इसी बात से नाराज होकर नाटकीय ढंग से शर्मा को दीवानी कचहरी के भीतर बुलाकर युवा वकीलों के झुंड ने जमकर पीटना शुरू कर दिया।
हालांकि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के बीच बचाव से उन्हें किसी तरह बचाया गया। इस बीच मौके पर पहुंची नगर पुलिस नें भी समझा बुझाकर आक्रोशित लोगों को शांत किया। सुभासपा प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा भी कोतवाली पहुंचे और मीडिया के सामने बयान देकर वकीलों के आरोपों से सीधा इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि, मुझे गलत समझा गया। यह मेरा दुर्भाग्य है,मैंने बाइक चोर की कोई पैरवी नहीं की है। मैं हमेशा अपराध और अपराधियों के खिलाफ रहता आया हूँ।