अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
ग्रन्थों में वर्णित है,कुपुत्रो जायते क्वचिदपि माता कुमाता न भवति… लेकिन उक्त सूक्ति से इतर एक मां द्वारा अपने कलेजे के टुकड़े को विषाक्त पदार्थ खिलाकर मार डालने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। दिल दहला देने वाली उक्त घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों का कहना है कि इस कलियुग का ऐसा असर है कि नौ महीने तक अपने पेट में रखकर बच्चे का पालन-पोषण करने वाली मां का अपने बेटे को जहर देते समय कलेजा नहीं फटा।
उक्त पूरा मामला जनपद के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के रजवापुर ग्राम का है। जहां की निवासी रेशमा 30 पत्नी पवन कुमार नें अपने मासूम बच्चे को पारिवारिक कलह में जहर दे दिया था, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस नें उक्त मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105,123 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था। पुलिस के अनुसार उक्त पूरी घटना सुनियोजित लगती है और इसमें मानसिक स्थिति स्थिर न होने की संभावना की जांच की जा रही है।
फिलहाल मंगलवार की सुबह करीब सवा आठ बजे जिला महिला अस्पताल बस्ती से उक्त आरोपी महिला को थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, उप निरीक्षक ओमप्रकाश भारती, मुख्य आरक्षी जगत नारायण यादव एवं महिला आरक्षी शालिनी शुक्ला के साथ गिरफ्तार कर न्यायालय के लिए रवाना कर दिया गया है।