दुष्कर्म मामले में आरोपी का नाम निकालने के एवज में दो लाख रुपये घूस लेते हुए चौकी इंचार्ज को एंटी करप्शन टीम नें रंगेहाथ किया गिरफ्तार

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी लखनऊ

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो नें राजधानी लखनऊ के महानगर क्षेत्र में स्थित पेपर मिल चौकी पर तैनात चौकी प्रभारी को दो लाख रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। उक्त चौकी इंचार्ज पर आरोप है कि उसनें दुष्कर्म के एक मुकदमे से एक आरोपी का नाम निकालने के लिए उक्त घूस की रकम मांगा था। मामले में शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो नें जाल बिछाकर दारोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उक्त उपनिरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दुष्कर्म के मुकदमे में नाम हटाने के बदले कोचिंग संचालक से दो लाख रुपये की घूस लेते हुए पेपर मिल चौकी प्रभारी धनंजय सिंह को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। गिरफ्तार दारोगा के पास से दो लाख रुपये भी मिले हैं। टीम आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है साथ ही दारोगा के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

एक पीड़िता ने कानपुर के दर्शन पुमुकदमे में नाम निकालने के लिए दो लाख रुपये लेते दारोगा गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने पेपर मिल चौकी से दबोचा

एंटी करप्शन टीम ने पेपर मिल चौकी पर एक दारोगा को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। दारोगा पर आरोप है कि उसने एक मुकदमे से नाम निकालने के लिए यह रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

दुष्कर्म के मुकदमे में नाम हटाने के बदले कोचिंग संचालक से दो लाख रुपये की घूस लेते पेपर मिल चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। उनके पास से दो लाख रुपये भी मिले हैं। टीम उनसे पूछताछ में जुटी है। साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

सूचना के अनुसार एक पीड़िता नें कानपुर के दर्शनपुरवा निवासी ब्रिटिश स्पीकिंग लैंग्वेज कोचिंग के संचालक प्रतीक गुप्ता के खिलाफ महानगर थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त मामले में पेपर मिल चौकी इंचार्ज धनंजय सिंह नें प्रतीक गुप्ता को 11 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

मुकदमा दर्ज कराने वाली युवती प्रतीक गुप्ता की पर्सनल सेक्रेटरी थी। एंटी करप्शन टीम कें मुताबिक जेल से कुछ दिन पहले ही छूटकर आए प्रतीक गुप्ता नें खुद को निर्दोष बताया और कहा कि मुकदमा लिखाने वाली युवती चार अन्य लोगों के साथ मिलकर झूठे मुकदमे में फंसा कर रुपये वसूलती है।

प्रतीक गुप्ता नें आरोप लगाए थे कि दारोगा धनंजय सिंह ने मुकदमे से नाम हटाने के एवज में उनसे मोटी रकम मांगी थी। एडवांस के तौर पर दो लाख रुपये ले रहे थे। शिकायत पर टीम ने ट्रैप करते हुए प्रतीक को रुपये लेकर बुधवार शाम पेपर मिल चौकी में भेजा और उसकी शर्ट पर कैमरा भी लगाया था।

दारोगा ने जैसे ही हाथ में रुपये लिए टीम नें उन्हें पकड़ लिया। धनंजय सिंह मूलरूप से आजमगढ़ जनपद के मेहनाजपुर स्थित ग्राम कूबा खास के निवासी हैं और वर्तमान समय में गोमती नगर विस्तार में रहते थे।

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