अजीत पार्थ न्यूज अयोध्या
बालक राम की प्रतिमा के स्थापना होने के बाद अयोध्या धाम में दर्शनार्थियों का रेला उमड़ पड़ा है। स्थित यह है कि बुधवार को भी रोक के बावजूद लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं नें लाइन लगाकर प्रभु श्रीराम का दर्शन किया।
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं डीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार तथा स्थानीय अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गर्भ गृह परिसर में मौजूद होकर दर्शन की व्यवस्था देख रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन नें मंगलवार को फिर से बस्ती जनपद एवं बाराबंकी में पुनः रुट डायवर्जन कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर आपातकालीन वाहनों के अलावा किसी भी प्रकार के वाहनों का प्रवेश बस्ती के फुटहिया चौराहे से पूर्ण रूपेण वर्जित कर दिया गया है, कुछ इसी प्रकार की व्यवस्था बाराबंकी जनपद में भी की गई है। 8000 से अधिक सुरक्षाकर्मी अयोध्या में भक्तों को प्रभु श्रीराम लला का दर्शन करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश शासन एवं पुलिस विभाग के फरमान के मुताबिक बाहर से जो भी फोर्स अयोध्या में लगाई गई थी उन्हें 25 जनवरी तक रोकने का आदेश दिया गया है।
इसी के साथ विशिष्ट लोगों का अयोध्या दर्शन भ्रमण का कार्यक्रम जो निश्चित हुआ है, उसके अनुसार आगामी एक फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार अपने मंत्रिमंडल के साथ, 2 फरवरी को उत्तराखंड सरकार अपने मंत्रिमंडल के साथ, 3 फरवरी को राजस्थान सरकार अपने मंत्रिमंडल के साथ एवं 4 फरवरी को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम रामलला के दर्शन के लिए निर्धारित किया गया है।
आगामी 9 फरवरी को मौनी अमावस्या का स्नान पर्व है, जिसमें संपूर्ण भारत से स्नान करने के लिए प्रयागराज एवं अयोध्या में दर्शनार्थी आते हैं और बसंत पंचमी तक स्नान करके अपने घरों को रवाना होते हैं। बसंत पंचमी आगामी 14 फरवरी को पड़ रही है, इसको देखते हुए प्रशासन दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था बनाने की रुपरेखा बना रहा है।
अयोध्याधाम स्थित सूत्रों के मुताबिक रामपथ पर बिरला मंदिर से आगे तक दर्शनार्थियों की करीब तीन-तीन किलोमीटर की दो-दो लाइनें देर रात से ही लगी हुई है। भीड़ को देखते हुए प्रशासन नें अयोध्याधाम में वाहनों का प्रवेश पूर्ण रुपेण वर्जित कर दिया है। बस्ती की तरफ से जाने वाले वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर फोरलेन के निकट अस्थाई पार्किंग बनाकर रोका जा रहा है। कुछ इसी तरीके की व्यवस्था लखनऊ की तरफ से आने वाले वाहनों को अयोध्या शहर से पहले ही रोक दिया जा रहा है। स्थिति यह है कि शहर में ई-रिक्शा और मोटरसाइकिलों का भी प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। केवल अयोध्या में पैदल यात्रा करके आप विभिन्न मंदिरों का दर्शन कर सकते हैं।
श्रद्धालुओं के भीड़ को देखते हुए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट नें बालक राम का दर्शन करने के लिए समय अवधि बढ़ा दिया है, पहले शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद करने के निर्देश दिए गए थे, वर्तमान समय में दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए अब भगवान रात दस बजे तक भक्तों को दर्शन देंगे। स्थानीय लोगों के अनुसार अगर विधिवत दर्शन करना चाहते हैं तो श्रद्धालु बसंत पंचमी के बाद अयोध्या दर्शन का प्लान बनाएं।