अजीत पार्थ न्यूज
दो पत्नियों के झगड़े में पति का शव तीन घंटे तक चिता पर पड़ा रहा। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा समझाए जाने पर आखिरकार दोनों पत्नियों में विवाद समाप्त हुआ तब जाकर उक्त व्यक्ति का दाह संस्कार संपन्न हो पाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार संत कबीर नगर जनपद के खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के अजगइबा घाट पर गुरुवार को पटखौली ग्राम निवासी पंकज उपाध्याय 35 का शव परिजनों द्वारा दाह संस्कार हेतु ले जाया गया था। पंकज उपाध्याय कैंसर से पीड़ित थे और उनका इलाज संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में हो रहा था, जहां पर उनकी मृत्यु के बाद परिजन शव को दाह संस्कार हेतु पैतृक गांव ले आए। आमी नदी पर अंतिम संस्कार के लिए चिता सजाया गया इसी दौरान पूनम उपाध्याय नामक एक महिला खुद को पंकज की पत्नी होने का दावा करते हुए डायल 112 पर सूचना दे दिया। तभी दूसरी महिला द्वारा आनन-फानन में अंतिम संस्कार किया जाने लगा ।
पुलिस को सूचना देने वाली महिला नें आरोप लगाया कि बिना उसे सूचना दिए उसके पति का दाह संस्कार किया जा रहा है। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर शव का अंतिम संस्कार रुकवाया और लगभग तीन घंटे बाद पूनम उपाध्याय दिल्ली से अपने दो बच्चों के साथ श्मशान घाट पर पहुंची। पुलिस नें उसे चिता पर रखे शव का अंतिम दर्शन कराया। महिला अपनी बेटी से मुखाग्नि दिलाने के लिए अड़ी हुई थी, इसे लेकर खुद को पत्नी होने का दावा करने वाली दोनों महिलाओं के बीच काफी देर तक नोंक-झोंक होता रहा। दोनों खुद को असली पत्नी होने का दावा कर रही थीं।
कोतवाली प्रभारी बृजेंद्र पटेल के अनुसार दोनों पक्षों में आपसी सहमति के बाद मृतक का दाह संस्कार कराया गया।