∆∆••• 17 विद्यालयों के ढ़ाई हजार बच्चों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण व उत्तम चरित्र निर्माण की दी जा रही है शिक्षा
अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
सनातन धर्म संस्था बस्ती के द्वारा दस मई से सात जून तक 17 विद्यालयों के ढ़ाई हजार बच्चों के लिए आयोजित चरित्र निर्माण शिविर के प्रथम सप्ताह का सत्र शुक्रवार को पूर्ण हो रहा है, जनपद के इंडियन पब्लिक स्कूल, सूर्या पब्लिक स्कूल, माँ गायत्री इंटर कालेज व बालिका विद्या मंदिर में चल रहे इस शिविर में 570 बालक व बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु, आत्मरक्षा व उत्तम जीवन मूल्यों के लिए शास्त्रोक्त बौद्धिक विमर्श किया गया।
चरित्र निर्माण शिविर वह कार्यशाला है जहाॅ से चरित्रवान, बलिष्ठ, सुसंस्कृत और अनुशासित युवकों व युवतियों का निर्माण होता है। इन्हीं तपे हुए नवयुवकों व नवयुतियों के कन्धे पर देश का भविष्य निर्भर है उक्त बातें बौद्धिक प्रमुख अखिलेश दूबे नें सात दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर के बौद्धिक सत्र में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देश में आज आवश्यकता है कि ऐसे शिविर वर्ष भर किसी न किसी विद्यालय में चलते रहें, आज पूरे देश में सनातन धर्म संस्था बस्ती जैसे संगठनों की आवश्कता है जो समाज को सही व नई दिशा दे सकता है। इन विद्यालयों में पढ़ रहे दूर दराज के गाँवों, शहर व विद्यालय के सभी कक्षाओं के बालकों व बालिकाओं को प्रशिक्षक विनय पँवार ने सर्वांग सुंदर व्यायाम, जूडो-कराटे का अभ्यास करते हुए बताया कि यह अभ्यास बच्चों को अपने देश के लिए शक्ति का उपयोग करने की प्रेरणा देता है।
आचार्य राहुल व आचार्य आर्येन्द्र नें बच्चों को ईश्वर, जीव, प्रकृति, भक्ष- अभक्ष पर विचार रखा और अनुराग शुक्ल नें श्रीमद्भगवत गीता के श्लोकों की व्याख्या कर बच्चों को गीता के सन्देश को जीवन मे उतारने के लिए प्रेरित किया।
सनातन धर्म संस्था की तरफ से कैलाश नाथ दूबे नें शिविर की उपयोगिता और आवश्यकता बताई उन्होंने बताया कि सभी विद्यालयों के बच्चों का समापन एक साथ बस्ती में 10 जून को शिवहर्ष किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय में किया जाएगा।
इस दौरान सुशील मिश्र नें कहा कि समापन सत्र मे अर्धसैनिक बल के परेड की तरह प्रदर्शन, सीखी हुई समस्त विद्याओं का प्रदर्शन किया जायगा इन वीर बालक और बालिकाओं द्वारा किया गया।
उन्होंने बताया चरित्र निर्माण के इस शिविर में जहां शारीरिक शिक्षा प्राप्त कर तन से स्वस्थ रह सकेंगे वहीं योग, आसन व प्राणायाम सीखकर मन से भी सबल व स्वस्थ हो सकेंगे। यज्ञ का महत्व बताते हुए कर्नल केसी मिश्र नें कहा कि यज्ञ से शिविर के दौरान वीरों व वीरांगनाओं में आपसी प्रेम व भाईचारा तथा परस्पर सहयोग की भावना का विकास होगा। उनके द्वारा बच्चों को सफलता के सूत्र भी बताये गये।
इस अवसर पर अंश श्रीवास्तव, शीतल,मानवी राव, सुधांशु, आयुष यादव, रोहन आदि सह प्रशिक्षक के रूप में सेवा दे रहे हैं।