अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
“जाको राखे साइयां,मार सके ना कोय” उक्त कहावत मंगलवार की रात चरितार्थ हुई, जब कई घंटे बालू में दबे होने के बाद घायलावस्था में बच निकली बिट्टू जो कि एक भयानक हादसे में पूरे परिवार को खो चुकी है। दर्द से बेहाल होने के बाद, भी उसके आंखों के आंसू सूख चुके हैं। परिवार के आठ लोगों को एक साथ मृत हो जाने से वह सदमें में है।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद का है, जहां पर सड़क किनारे झोपड़ी में रह रहे परिवार पर बालू लदा ट्रक पलट गया। उक्त ट्रक की चपेट में पूरा परिवार आ गया। हादसे में तीन बच्चों समेत आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। माना जा रहा है कि ट्रक गंगा किनारे से बालू खनन कर हरदोई की तरफ जा रहा था। अधिक बालू होने के कारण मोड़ पर पलट गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मल्लावां कस्बे में चुंगी संख्या 02 पर बल्ला कंजड़ अपने परिवार के साथ झोपड़ी डालकर रहता था। मंगलवार की रात रोजाना की तरह परिवार सड़क के किनारे सो रहा था। बुधवार को तड़के मेंहदीघाट कन्नौज की तरफ से हरदोई जा रहा बालू लदा ट्रक झोपड़ी के ऊपर पलट गया। घटना के समय सभी सो रहे थे और बालू के नीचे ही दब गए।
दुर्घटना होने के बाद पहले काफी देर तो कोई जान ही नहीं पाया, लेकिन फिर पता चला कि यहां पर बल्ला का परिवार रहता था तो तुंरत ही पुलिस को सूचना देकर बालू हटाने का काम शुरू किया गया। जेसीबी से ट्रक उठाकर बालू उठाया गया तो उसके नीचे से बल्ला, उसकी पत्नी और तीन बच्चों समेत सात लोगों के शव निकले। मरने वालों की पहचान बल्ला उसकी पत्नी मुन्नी, पुत्री सुनेमन, लल्ला, बुद्धू के साथ दामाद करण निवासी कासुपेट बिलग्राम और उसकी पत्नी हीरो और पुत्र कोमल के शव निकले जबकि एक मात्र पुत्री बिट्टू घायल निकली। दुर्घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद हैं।