पुलिस की तमाम कोशिश के बाद भी नहीं चल सका मोहित का पता

– पुलिस नें सभी आरोपियों को किया चिंहित
बस्ती। पुलिस की तमाम कोशिश के बावजूद अपहृत मोहित का सुराग नहीं लग सका। अपहर्ताओं की तलाश में पुलिस की नौ टीमें लगाई गई हैं। फिर भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद भी नतीजा सिफर रहा।अपहरण कांड के आरोपी छात्रनेता के पिता को हिरासत में लेकर पुलिस अधिकारियों की पूछताछ कोतवाली में शनिवार को भी दिन भर चलती रही। मोहित यादव के भाई समेत उसके तमाम जानने वाले लगातार दो दिनों से कोतवाली परिसर में जमे हुए हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को दोपहर तकरीबन दो बजे शहर के पिकौरादत्तूराय मोहल्ले से बाइक सवारों ने सरेआम युवक का अपहरण कर लिया था। अपहरण का सीसीटीवी फ़ुटेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। किडनैपिंग की वारदात के बाद से ही सीओ सिटी सत्येन्द्र भूषण त्रिपाठी के नेतृत्व में पुलिस टीमें मोहित यादव उर्फ रत्नेश की सुकशल बरामदगी में जुटी हुई हैं। एएसपी ओपी सिंह पल-पल की अपडेट लेते रहे।
लालगंज थाना़क्षेत्र के सुकरौली गांव निवासी मोहित यादव पिकौरा दत्तूराय मोहल्ले में अविनाश सिंह के मकान में किराए पर रहता है। मकान मालिक की तहरीर पर कोतवाली पुलिस नें छात्रनेता आदित्य विक्रम सिंह, पुलकित गर्ग, सत्यम कसौधन, मोनू, सैय्यद इल्हान समेत छः लोगों के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर अपह्रत की तलाश की जा रही है।

नौ टीमे कर रहीं तलाश, चार गिरफ्तार- एसपी
एसपी गोपालकृष्ण चौधरी नें बताया कि पुलिस युवक की तलाश में लगातार काम कर रही है। इसके लिए एसओजी, सर्विलांस समेत कुल नौ टीमेँ मोहित की तलाश में जुटी हुई हैं। कई लोगों से पूछताछ कर उसके तह तक जाने की कोशिश कर रही है। अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। अपहरण के कारणों के संबंध में पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। वैसे संभावना है कि वर्चस्व व आपसी विवाद में हो सकता है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।

घर वाले अनहोनी की आशंका से चिंतित
मोहित घर वाले किसी अनहोनी की आशंका से चिंतित हैं। कई लोग उसके घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया। घर के लोग कुछ भी बताने से घबरा रहे हैं। मोहित के बड़े भाई मनीष यादव (22) नें बताया कि वह लखनऊ में रहता है।उसकी बड़ी बहन पूजा अपने मौसी के घर रहती। मां बदामा देवी शहर के पिकौरा शिवगुलाम मोहल्ले में सदानंद शुक्ला के मकान में किराए पर रहती हैं। पिता मुकेश यादव की कई साल पहले मौत हो चुकी है।

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