∆∆•• मरने से पहले दोनों नें जाहिर किया अंतिम इच्छा, एक साथ किया जाए अंतिम संस्कार
अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
मध्य प्रदेश के मालवा जनपद में पारिवारिक कलह की वजह से एक ही परिवार के तीन सदस्यों नें आत्महत्या कर लिया और एक मासूम जन्म लेने से पहले ही मां की कोख में मृत हो गया। उक्त घटना से पूरा परिवार बर्बाद हो गया है । यह घटना जनपद के नलखेड़ा क्षेत्र की है, जहां परिवार में आपसी कलह इतनी बढ़ गई कि एक के बाद तीन लोगों नें अपनी जान दे दिया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्भवती बहू नें अपने ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उक्त घटना के बाद ससुर नें आत्महत्या कर लिया, और फिर ससुराल से निकाले जाने पर गर्भवती बहू और उसके पति ने भी आत्महत्या कर लिया। इस दर्दनाक घटना से न केवल तीन लोगों की जान गई बल्कि एक मासूम का जीवन भी शुरू होने से पहले ही समाप्त हो गया।
उक्त घटना का प्रारंभ तब हुआ जब संतोष गोस्वामी की पुत्रवधू रानी गोस्वामी ने सास-ससुर और ननद पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए नलखेड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई । उक्त शिकायत से आहत होकर ससुर संतोष नें जहर खा लिया, और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों नें उक्त घटना के लिए पुत्र गोपाल गोस्वामी एवं पुत्रवधू रानी गोस्वामी को जिम्मेदार ठहराया और उन्हें घर से निकाल दिया। गोपाल नें पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश किया था, लेकिन दोस्तों नें उसे रोक लिया था।
गोपाल को अपने ससुराल में भी स्वीकार नहीं किया गया, जिससे गोपाल का मानसिक तनाव और बढ़ गया। उसनें अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की कोशिश की, लेकिन उसे परिजनों नें स्वीकार नहीं किया। इस निराशा में गोपाल और रानी ने आत्महत्या करने का फैसला किया। उन्होंने अपने दोस्तों को वीडियो भेजा, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी मौत के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है।
आत्महत्या से पहले दोनों ने जहर मिलाकर शराब पीया और सुनसान इलाके में चले गए। जब दोस्तों नें उन्हें ढूंढने की कोशिश किया, तो वह दोनों कृषि विज्ञान केंद्र के पास गंभीर हालत में मिले। अस्पताल पहुंचने से पहले गोपाल की मौत हो चुकी थी, और उसकी पत्नी रानी नें भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस नें मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। गोपाल गोस्वामी नें वीडियो में बताया कि वह पहले भी पचोर में रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने गया था, लेकिन दोस्तों नें उसे बचा लिया था।
गोपाल गोस्वामी और रानी गोस्वामी की आखिरी इच्छा थी कि उन्हें एक साथ दफनाया जाए। रानी नें वीडियो में कहा कि वह इतनी परेशान हो चुकी थी कि अपने बच्चे को दुनिया में नहीं लाना चाहती है।