पुलिस अधीक्षक के खिलाफ धरने पर बैठे शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

सिद्धार्थनगर जनपद के शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह द्वारा व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के अपना दल (एस) के विधायक विनय वर्मा नें मंगलवार की शाम करीब 4 बजे धरने पर बैठ गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शोहरतगढ़ विधायक सिद्धार्थ तिराहा स्थित नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने महात्मा गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के पश्चात धरना प्रारंभ किए।

इस दौरान विधायक विनय वर्मा नें कहा कि पुलिस अधीक्षक और उनके मातहतों की जन विरोधी कार्यप्रणाली के विरोध में उन्हें धरना देने के लिए विवश होना पड़ा। वह जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं, क्योंकि थानों में पीड़ितों के खिलाफ ही केस दर्ज करके प्रताड़ित किया जा रहा है। स्थानीय विधायक की भी बात नहीं सुनी जा रही है।

विधायक नें तीन दिन पूर्व ही विधान सभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर धरने की जानकारी दे दिया था कि वह मंगलवार से धरने पर बैठेंगे। नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने सुबह 9 बजे ही धरना देने के लिए टेंट लगा दिया गया, लेकिन धरना स्थगित करने के लिए अधिकारियों और विधायक के बीच बातें होती रहीं।

इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान नें विधायक के साथ जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर के साथ बैठक करके बात किया। जिलाधिकारी से बातचीत के बाद धरना होने पर असमंजस की स्थिति थी और विधायक अपने समर्थकों के साथ तीन घंटे तक भाजपा कार्यालय में बैठे रहे, लेकिन दोपहर करीब तीन बजे विधायक नें फिर धरना देने की घोषणा किया और उनके समर्थक भी आने लगे।

विधायक का आरोप है कि उनके विधानसभा क्षेत्र की पुलिस जनता का उत्पीड़न कर रही है और भ्रष्टाचार में लिप्त है। उनके विधान सभा क्षेत्र के थानों में अवैध खनन, ड्रग्स एवं अन्य सामानों की तस्करी हो रही है, लेकिन पुलिस अधीक्षक इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही हैं।

अवैध खनन के मामले में विधायक की पैरवी के बावजूद पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए केस नहीं दर्ज किया गया, बल्कि बस्ती में आयोजित समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष में सही जवाब नहीं दिया गया।

उन्होंने विधायक के विशेषाधिकार हनन की शिकायत की है। उनकी मांग है कि उनसे अमर्यादित भाषा में बात करने वाले शोहरतगढ़ थानाध्यक्ष को निलंबित करते में पुलिस अधीक्षक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

उक्त मामले में अपना दल एस के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल नें बयान जारी करते हुए कहा है कि पार्टी विधायक द्वारा दिए जा रहे उक्त धरने का पार्टी समर्थन नहीं करती है,उनकी पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास करती है।

विधायक विनय वर्मा के अनुसार वह जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री को यह फैसला लेना पड़ेगा कि उन्हें जनता चाहिए या पुलिस कप्तान। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वह धरने को समाप्त नहीं करेंगे।

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