अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली के पुत्र के वलीमा में शामिल होना तीन पार्टी नेताओं को भारी पड़ गया। मेरठ मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम, जिला प्रभारी महावीर सिंह प्रधान और दिनेश काजीपुर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। निष्कासित होने की सूचना पर प्रशांत गौतम नें बयान दिया है कि वह पार्टी विरोधी नहीं हैं,उनको जो भी कार्य पार्टी से दिये जा रहे थे उसे वह बखूबी निभा रहा था।
सूचना के अनुसार विगत सात नवंबर को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली के नवविवाहित पुत्र का दावते वलीमा का कार्यक्रम गाजियाबाद में आयोजित था। उक्त कार्यक्रम में विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बसपा के भी कई नेता, कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्ड में पूर्व सांसद कादिर राणा का भी नाम लिखा हुआ था। पार्टी नेताओं के अनुसार लखनऊ से बसपा नेताओं को उक्त शादी समारोह में जाने से मना किया गया था। इसके बावजूद मेरठ मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम समेत कई नेता पहुंचे।
शनिवार को अचानक बसपा जिलाध्यक्ष मोहित जाटव नें मेरठ मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम, जिला प्रभारी महावीर सिंह प्रधान, दिनेश काजीपुर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप में निष्कासित कर दिया। आरोप लगाया गया कि तीनों को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इस कारण निष्कासित कर दिया गया।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली और पूर्व सांसद व सपा नेता कादिर राणा रिश्तेदारी में आपस में सगे समधी हैं। मुनकाद अली की बेटी सुंबुल राणा, कादिर राणा की पुत्रवधू और वर्तमान में मीरापुर सीट से सपा की प्रत्याशी हैं। इस कारण ही बसपा नेताओं को शायद मुनकाद अली के बेटे के दावते वलीमा में शामिल होने से मना किया गया था।
बसपा के निवर्तमान मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम के अनुसार मेरी जानकारी में आया है कि मुझे पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निष्कासित किया गया है। विगत दिनों बहन मायावती के पीए मेवालाल गौतम का फोन आया था कि आपको मुनकाद अली के बेटे की शादी में नहीं जाना है। वहां कादिर राणा और उनकी लड़की सुम्बुल राणा जो कि सपा प्रत्याशी हैं वह भी आएंगी और फोटो खींचेंगे। इससे पार्टी के प्रत्याशी पर असर पड़ सकता है, जबकि मेरे और मुनकाद अली के पारिवारिक संबंध हैं। मैं शादी में गया। वहां न तो मुजफ्फरनगर से कोई सपा का कार्यकर्ता था और न ही उनकी बेटी जो चुनाव लड़ रही हैं मौजूद थी। कादिर राणा भी नहीं आए। समझ नहीं आ रहा कि मैंने पार्टी विरोधी कौन सा कार्य किया। यह मनमाना आदेश है। पीए मेवालाल गौतम से बातचीत का ऑडियो उनके पास मौजूद है।