अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
नए साल के दूसरे दिन पुलिस नें मदरसे में छापने वाले नकली नोटों के सौदागर को गिरफ्तार कर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के निकट देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त तत्वों का भंडाफोड़ किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों नें बताया कि नोट छापने के बाद लालच देकर लोगों को असली नोट की जगह दो गुने नकली नोट दे देते थे। उक्त काम करीब सालभर से वह लोग कर रहे थे। उन लोगों द्वारा लाखों के नकली नोट श्रावस्ती के साथ ही अन्य जनपदों में खपा दिए गए हैं। आरोपियों के कब्जे से कुल 34 हजार से अधिक के नकली नोट और 14500 के असली नोट मिले हैं। इसी के साथ प्रिंटर, लैपटाप, इंक की बोतल, एक तमंचा, कारतूस, मोबाइल फोन और बाइक भी बरामद किया गया है।
नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों में मौलाना मुबारक अली उर्फ नूरी भी है। वह मदरसे का प्रबंधक है, जो श्रावस्ती जनपद के ग्राम लक्ष्मनपुर गंगापुर, थाना मल्हीपुर का निवासी है। उस पर बहराइच,श्रावस्ती एवं गोंडा जिलों में पहले से चार मामले दर्ज हैं। आरोपी की पांच बीवियां होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि ग्रामीणों ने ऑफ कैमरा बताया कि एक बीवी मदरसे में पढ़ाती है तथा दूसरी घर में रहती है। जबकि तीन अन्य बीवियां हैं, उनके बारे में जानकारी नहीं है।
पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने कहा कि एक आरोपी को नानपारा बहराइच से पकड़ा गया तो उसके पास नकली नोट मिले थे। उसी की निशानदेही पर चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन चार आरोपियों के पास से कुछ असली और नकली नोट बरामद हुए। मल्हीपुर क्षेत्र के मदरसा फजरुलनबी के प्रबंधक को पकड़ा गया, उसके पास से कलर प्रिंटिंग मशीन, मोबाइल बरामद हुए हैं, जिससे वह नकली छापकर बाजार में चला देता था।
उक्त मदरसा प्रबंधक को गिरफ्तार करने के लिए जब पुलिस उसके घर पहुंची तो वह चारपाई के नीचे छिप गया काफी मशक्कत के बाद पुलिस नें उसे गिरफ्तार किया। उल्लेखनीय है कि नकली नोट छापने के बाद उसकी पत्नियां छोटे बाजारों सहित नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में गुटखा, किराने तथा अन्य छोटी दुकानों पर नकली नोटों को खपाती थीं।