अजीत पार्थ न्यूज बनकटी बस्ती
जनपद के विकास खंड बनकटी अंतर्गत पक्कवा बाजार में लगातार छठवें वर्ष आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ में अवध धाम से पधारी हुई कथा व्यास मानस बिंदु जी द्वारा श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस उपस्थित श्रद्धालुओं को शिव विवाह के प्रसंग का मनोरम चित्रण करते हुए बताया कि संपूर्ण आश्रमों में से गृहस्थाश्रम सबसे महत्वपूर्ण आश्रम है। भगवान शिव नें माता पार्वती के साथ विवाह कर जगत को यह संदेश दिया कि गृहस्थ आश्रम में रहकर जो भगवद भजन किया जाता है उससे कई पीढ़ियों का तरंतार होता है। गृहस्थ आश्रम दुनिया का सर्वश्रेष्ठ आश्रम है। उन्होंने माता पार्वती से विवाह करके जगत के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। भगवान शिव भले ही संहार के देवता हैं, किंतु उनके परिवार में पूरी दुनिया के अलौकिक प्राणी रहते हैं।
कथा का विस्तार करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान शिव के शरण में जाने से सभी प्राणियों का बैर-भाव समाप्त हो जाता है। जिसका प्रमाण यह है कि भगवान शिव का वाहन बैल है और माता पार्वती जो की शक्ति स्वरुपा हैं उनका वाहन शेर है। इसी के साथ उनके सुपुत्र कार्तिकेय का वाहन मोर है तथा कनिष्ठ सुपुत्र गणेश का वाहन मूषक है, यह सभी एक दूसरे से दुराग्रह रखते हैं, किंतु जब शिव के शरण में होते हैं, तो यह समस्त बैर को भूल जाते हैं।
इस दौरान कथा व्यास द्वारा विभिन्न संगीतमयी भजनों को प्रस्तुत किया गया, जिसको सुनकर उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उक्त श्री शत चंडी महायज्ञ का आयोजन श्री श्री दुर्गा पूजा समिति पक्कवा बाजार एवं क्षेत्रीय निवासियों द्वारा किया गया है। इस दौरान रात्रि में हरदोई जनपद के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन के आयोजन साथ ही यज्ञशाला का सैकड़ो श्रद्धालुओं द्वारा परिक्रमा भी किया जा रहा है।