आजिज आकर आबकारी इंस्पेक्टर नें रिवाल्वर से गोली मारकर किया आत्महत्या, पत्नी भी हैं सहायक आबकारी आयुक्त

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

आखिरकार सिस्टम से तंग आकर एक आबकारी निरीक्षक नें खुद के रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है। उक्त पूरा मामला सीतापुर जनपद का है, जहां पर आबकारी निरीक्षक नें लाइसेंसी रिवाल्‍वर से खुद को गोली मार लिया। आनन-फानन में परिजनों द्वारा आबकारी निरीक्षक को अस्‍पताल ले गए,जहां पर चिकित्‍सकों नें उन्‍हें मृत घोषित कर दिया।आबकारी निरीक्षक की वर्तमान तैनाती बांदा जनपद में थी, वह पिछले कई महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। मृतक की पत्नी अमृता श्रीवास्तव भी सहायक आबकारी आयुक्त हैं और पत्‍नी की भी तैनाती बांदा जनपद में ही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आलोक कुमार श्रीवास्‍तव सीतापुर के कोतवाली क्षेत्र के शिवपुरी कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। आलोक बांदा जिले में आबकारी निरीक्षक थे। पत्‍नी अमृता श्रीवास्‍तव भी बांदा में ही सहायक आबकारी आयुक्‍त पद पर तैनात हैं। आलोक और अमृता को एक पुत्र और एक पुत्री है। दोनों बच्‍चे सीतापुर में ही रहकर पढ़ाई करते हैं। मोहल्ले वालों के अनुसार पति-पत्‍नी महीने में 8-8 दिन के लिए बच्‍चों के पास रहते थे।

सूचना के अनुसार मंगलवार को अचानक आलोक नें खुद को लाइसेंसी रिवॉल्‍वर से गोली मार लिया। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो देखा आलोक कुमार खून से लथपथ ग‍िरे थे। उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया, हालांकि उनकी जान नहीं बच सकी। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आलोक कुमार पिछले कई महीनों से मानस‍िक रूप से परेशान चल रहे थे।

सीतापुर पुलिस का कहना है कि आत्‍महत्‍या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। इसके पीछे कोई पारिवारिक वजह है या कुछ और, पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस नें शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज द‍िया है। उल्लेखनीय है कि मृतक आलोक श्रीवास्तव फरुखाबाद जनपद के मूल निवासी थे। विगत पांच वर्ष पूर्व अयोध्या जनपद में तैनाती के दौरान वह निलंबित हुए थे। बहाल होने पर उन्हें विभाग द्वारा कोई दायित्व न दिया जाना भी घटना का एक कारण माना जा रहा है।

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