दवा लेकर घर जा रहे हिस्ट्रीशीटर को बदमाशों नें दिनदहाड़े घेरकर मारी गोली,हुई मौत,हमलावरों से हिस्ट्रीशीटर नें बचने का बहुत किया प्रयास

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

गोरखपुर में शनिवार की दोपहर हुए दिनदहाड़े हत्याकांड से नब्बे की दशक याद दिला दिया। अस्सी और नब्बे के दशक में यहां पर जरायम चरम पर था और आएदिन गैंगवॉर हुआ करता था। ताजा मामले के अनुसार शनिवार की दोपहर में बेलीपार थाना क्षेत्र के भरवलिया ग्राम निवासी हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद गोरखपुर से परिवार के लिए दवा लेकर वापस घर जा रहा था। इसी बीच एक कार नें दिनेश को ओवरटेक कर रोकने का कोशिश किया। दिनेश नें कार में सवार लोगों को पहचान लिया होगा, इसीलिए दिनेश बाइक तेज रफ्तार में खेत की तरफ मोड़ लिया था।

बताया जा रहा है कि दिनेश अपने पल्सर बाइक से गोरखपुर की तरफ जा रहा था। पीछे से चार पहिया वाहन में चार लोग सवार थे। कार सवारों ने बाइक सवार दिनेश को रोका।

इस दौरान सड़क पर बाइक छोड़कर वह भागने लगा और ऊंचगांव ग्राम के ताल किनारे पहुंचा ही था कि बदमाशों ने घेराबंदी कर उसकी हत्या कर दिया। गुलरिहा थानाक्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर दिनेश पर पांच से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार की दोपहर में दिनेश गोरखपुर से परिवार के लिए दवा लेकर वापस घर जा रहा था। इसी बीच एक कार नें दिनेश को ओवरटेक कर रोकने का कोशिश की।

दिनेश ने कार में सवार लोगों को पहचान लिया होगा, इसीलिए दिनेश बाइक तेज रफ्तार में खेत की तरफ मोड़ लिया था। पीछा करने पर दिनेश ने बाइक को बंधे पर छोड़कर ही नीचे ताल की तरफ दौड़कर जान बचाने की कोशिश की। लेकिन, कार सवारों ने लक्ष्य बनाकर दिनेश को दौडा लिया।

इस दौरान आत्मरक्षा का प्रयास भी दिनेश की तरफ से किया गया, लेकिन मनबढ़ कार सवारों नें घेरकर ताल के पास दिनेश के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। फायरिंग की आवाज सुनकर स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचे। सूचना पर पुलिस पहुंची तो बंधे पर एक अवैध तमंचा और बाइक पड़ी हुई मिली, जबकि शव ताल के किनारे पड़ा हुआ था। पुलिस नें शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हमलावरों के तलाश में जुट गई है।

error: Content is protected !!