भागवत कथा श्रवण से ही हो सकता है मनुष्य का उद्धार

अजीत पार्थ न्यूज बनकटी बस्ती

स्थानीय विकास क्षेत्र के ग्राम बघाड़ी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस वृंदावन से पधारे कथावाचक उत्कर्ष पाण्डेय नें जहाँ एक ओर युवा पीढ़ी को जीवन में सफलता के लिए प्रेरित किया, वहीं दूसरी ओर कथा के मुख्य पात्र धुंधकारी के उदाहरण से नशा और व्यसनों से दूर रहने का संदेश दिया।इस दौरान उन्होंने गोकर्ण और धुंधकारी के चरित्र का वर्णन किया,कथा के अनुसार गोकर्ण जहाँ धर्मात्मा थे,वहीं उनके भाई धुंधकारी अत्यंत दुराचार, व्यसन और नशाखोरी में लिप्त थे।

धुंधकारी का जीवन व्यसनों का दुखद परिणाम दिखाता है, जहाँ सुख,शांति और सम्मान दूर हो जाते हैं। कथावाचक ने युवाओं से अपील की कि वे अपने जीवन को सद्कर्मों और शिक्षा की ओर मोड़ें, क्योंकि नशा केवल विनाश की ओर ले जाता है। यह संदेश दिया गया कि शक्ति और ऊर्जा का उपयोग राष्ट्र और स्वयं के उत्थान में करें।

इस दौरान राजेश शुक्ल,सर्वेश उपाध्याय, गंगेश शुक्ल,सुरेश तिवारी,शिखर, विश्वास,बृजेश शुक्ल, ओम प्रकाश शुक्ल सहित तमाम श्रदालु मौजूद रहे।

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