अजीत पार्थ न्यूज बनकटी बस्ती
अयोध्या परिपथ में शामिल एवं स्वयं में तीन कालों के इतिहास को समेटे पौराणिक बाबा बेहिलनाथ के स्वयंभू शिवलिंग के अर्घे को महाशिवरात्रि से पूर्व नब्बे किलोग्राम चांदी से सोमवार को मढ़ाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खंड बनकटी के पूर्व ब्लाक प्रमुख रमेश बहादुर सिंह एवं पूनम सिंह द्वारा वाराणसी के कारीगर प्रदीप कुमार को बाबा बेहिलनाथ के श्रृंगार हेतु अर्घे, त्रिशूल, शेषनाग,छत्र एवं स्वर्ण यज्ञोपवीत हेतु आर्डर दिया गया था। करीब दो महीने की मेहनत के बाद करीगरों की टीम द्वारा उक्त अर्घा तैयार हो पाया।
उल्लेखनीय है कि अष्टकोणीय अर्घे में विराजमान बाबा बेहिलनाथ का इतिहास लौह, शुंग तथा कुषाण कालीन है। यहां पर खुदाई के दौरान कौशल राज्य का राम दरबार अंकित स्वर्ण मुद्रा प्राप्त हुआ था। बस्ती गजेटियर में दर्ज बाबा बेहिलनाथ मंदिर पर तीन टीले हैं, जिनकी पुरातात्विक खुदाई होने पर कई कालों के अवशेष मिलने की संभावना है। बाबा बेहिलनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण एवं यज्ञशाला का निर्माण अमरडोभा ग्राम निवासी चंद्रिका सिंह तथा रमेश बहादुर सिंह द्वारा कराया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग की सूची में शामिल बेहिलनाथ मंदिर के शिवलिंग को रजत अर्घा बनाए जाने पर क्षेत्र के श्रद्धालुओं में खुशी की लहर व्याप्त है।