अजीत पार्थ न्यूज
सरकारी अस्पतालों पर मरीजों के साथ क्या व्यवहार किया जा रहा है, इसको करीब से जानने के लिए एक आईएएस अधिकारी घूंघट में अस्पताल पहुंचकर पहले पर्चा काउंटर से ओपीडी का पर्चा कटवाया और पर्चा लेकर चिकित्सक को दिखाने के लिए मरीजों की लाइन में लग गईं। अस्पताल के कर्मचारियों को कानों-कान खबर नहीं हुई कि मरीजों की लाइन में खड़ी हुई महिला आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान समय में ज्वांइट मजिस्ट्रेट/उपजिलाधिकारी सदर हैं। थोड़ी देर बाद जानकारी होने पर चिकित्सकों सहित सम्पूर्ण स्टाफ के होश फाख्ता हो गए। जांच के दौरान उक्त पीएचसी पर काफी कमियां पाई गईं।
ताजा मामला फिरोजाबाद जनपद का है, जब 2021 बैच की महिला आईएएस अधिकारी कृति राज ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/उपजिलाधिकारी सदर फिरोजाबाद घूंघट निकाले हुए आकस्मिक निरीक्षण के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शकीला नईम पर पहुंच गई जिसकी खूब चर्चा हो रही है। प्रारंभ में उन्हें कोई भी पहचान नहीं पाया। लेकिन जब खुलासा हुआ कि घूंघट वाली महिला कोई और नहीं बल्कि उपजिलाधिकारी सदर महोदया हैं, तो फिर अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों के पसीने छूट गए।
उपजिलाधिकारी को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई खामियां प्राप्त हुई। यहां पर तैनात चिकित्सक डॉ.शादाब खान का व्यवहार मरीजों के प्रति ठीक नहीं था तथा मरीजों को एक्सपायर दवाएं दी जा रही थी।