रिंग मेन यूनिट तकनीक से लैस होंगे शहर के विद्युत उपकेंद्र

– बिजनेस प्लान के तहत भेजा गया प्रस्ताव, शहर में लगाए जाएंगे 10 आरएमयू

बस्ती। आने वाले दिनों में उपभोक्ताओं को कम से कम बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। 33/11 उपकेंद्रों को रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) तकनीक से लैस करने की तैयारी चल रही है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अक्तूबर से नवंबर तक इसे उपकेंद्रों पर लगा दिया जाएगा।
शहर में बिजली आपूर्ति का इंफ्रास्ट्रक्चर कई दशक पुराना है। इसमें सुधार के लिए तेजी से काम चल रहा है। बिजली के जर्जर तार व खंभों को बदलने का काम चल रहा रहा है। शहर को सिविल लाइंस व पटेल चौक नाम से दो नए फीडर मिल चुके हैं। दो दर्जन से अधिक ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाई जा चुकी है। इतने ही अतिरिक्त
ट्रांसफॉर्मर भी लगाए जा चुके हैं। बिजनेस प्लान 2024-25 के तहत अब उपकेंद्रों पर आरएमयू सिस्टम लगाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इससे शहर की आपूर्ति व्यवस्था नो पावर कट जोन शामिल हो जाएगी।
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अधिशासी अभियंता नगरीय मनोज कुमार सिंह नें बताया कि छः उपकेंद्रों के सहारे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। इस उपकेंद्रों पर 10 आरएमयू लगाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। प्रत्येक पर आठ लाख रुपये का खर्च आएगा।
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ऐसे करेगा काम
– आरएमयू गैस इंसुलेटेड, कांपैक्ट स्विचगियर यूनिट है। यह पूरी तरह स्वचालित होता है। यदि मूल फीडर से अचानक आपूर्ति ठप हुई तो आरएमयू से जुड़े दूसरे फौडर से आपूर्ति तत्काल शुरु हो जाएगी। इसका फायदा यह होगा कि उपभोक्ताओं को बिना देर व इंतजार के निर्बाध बिजली मिलती रहेगी।

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