अजीत पार्थ न्यूज संवाददाता बस्ती
वर्तमान समय में रिश्तो की डोर इतनी कमजोर होती जा रही है कि बेटा ही अपने बाप को मारने के लिए तैयार हो जा रहा है। पूरा मामला बस्ती जनपद के दुबौलिया थाना अंतर्गत सांड़पुर ग्राम का है, जहां पर विगत 12 जुलाई को एक साठ वर्षीय बुजुर्ग की लाठी से पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को चारपाई पर रखकर कंबल से ढंक दिया गया था। जिसमें पुलिस नें मृतक के बेटे की तहरीर पर गांव के ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर मामले की जांच रही थी। इसी बीच सर्विलांस टीम एवं पुलिस की अन्य टीमों की मदद से हत्यारे मुख्य आरोपी बेटे को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह नें बताया कि दुबौलिया थाना अंतर्गत सांडपुर ग्राम निवासी बिहारी 60 पुत्र मेंहीलाल का शव विगत 12 जुलाई को श्याम सुन्दर सिंह के खेत में चारपाई पर पड़ा हुआ मिला था। मृतक के पुत्र राहुल नें पुलिस को सूचना दिया कि 11 जुलाई की रात में उसके पिता खाना खाकर खेत में सोने गए हुए थे। बारह जुलाई की सुबह करीब साढ़े सात बजे उसके बड़े पिता चाय देने गए तो वह मृत पड़े हुए थे और निकट के गन्ने के खेत में ढेर सारा खून फैला हुआ है। शंका के आधार पर राहुल नें गाँव के ही सोमई पुत्र विश्राम द्वारा रंजिशवश मार-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया गया,आरोप के आधार पर पुलिस नें सोमई को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रही थी कि इसी बीच पुलिस नें मामले की संदिग्धता को देखते हुए मृतक के पुत्र राजकुमार को विशेषरगंज बाजार से गिरफ्तार कर पूछताछ किया तो मामला कुछ और ही निकला।
गिरफ्तार अभियुक्त राजकुमार नें पूछताछ करने पर बताया गया कि मेरे पिता मुझसे जलन रखते थे क्योकिं मैं अपने पिता के साथ उनके खेत में काम न करके दूसरे के खेत में जाकर काम करता था, साथ ही मेरी पत्नी साल 2020 में छोड़कर चली गई थी जिसकी वजह से मैं उनसे अपनी दूसरी शादी करने के लिए कहा करता था, जिस पर वह मुझे मना कर देते थे । इसी बीच मुझे धीरे-धीरे शराब पीने की लत लग गई थी, जिससे वह काफी परेशान रहते थे और मुझे टोका करते थे । इन्हीं बातों को लेकर हम बाप-बेटे के बीच प्रायः लड़ाई-झगड़ा हुआ करता था । मैंने घटना के रात में शराब पी रखी थी, जिस पर हम दोनों के मध्य लड़ाई-झगड़ा भी हुआ जिसके उपरांत जब वह खेत में सोने चले गये तो घरवालों के सो जाने पर चुपके से खेत में जाकर उनके ही लाठी से उनके सिर पर प्रहार कर दिया, जिससे वह चोट लगने पर जान बचाने के लिए गन्ने के खेत की तरफ भागे, जिस पर मुझे आंशका हुई कि अब वह घर जाकर सभी को पूरा मामला बता देगें, जिस पर मैंने उनके सिर पर पुनः लाठी से प्रहार कर दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गई,और मैं उनके शव को पुनः उनके बिस्तर पर रखकर, ऊपर से कंबल डालकर वहां से चला आया एवं स्वयं को बचाने के लिए पूर्व में चल रहे मुकदमों के विपक्षी के ऊपर संदेह प्रकट करवाते हुए अपने भाई से विपक्षी के विरुद्ध थाना दुबौलिया पर अभियोग पंजीकृत करवा दिया।
गिरफ्तार करने वाले पुलिस टीम में थानाध्यक्ष दुबौलिया चन्द्रकान्त पाण्डेय, प्रभारी स्वाट टीम उमाशंकर त्रिपाठी, प्रभारी सर्विलांस शशिकान्त, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र प्रसाद थाना दुबौलिया आरक्षी अखिलेश यादव, अनुज यादव, दिवाकर पटेल, मुख्य आरक्षी पवन तिवारी,अभिलाष सिंह, सुभेन्द्र तिवारी, किशन सिंह, सत्येन्द्र कुमार सिंह प्रमुख रूप से रहे।