अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज में मरीजो की जांच के लिए शनिवार की दोपहर डाक्टर और आशा संगिनियों में जमकर नोकझोंक हुई। जिसके चलते सीएचसी में अफरातफरी मच गई। उक्त घटना से क्षुब्ध डॉक्टरों नें ओपीडी बन्द कर दिया। सूचना पर पहुंचे सीएमओ मामले की जांच पड़ताल करने के बाद वापस लौट गए। डॉक्टरों नें चार आशा संगिनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये सीएमओ को शिकायती पत्र दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे सीएचसी कप्तानगंज पर डॉ.अनूप कुमार ओपीडी में मरीज देख रहे थे। तभी एक मरीज की जांच के लिए सीएचसी के सामने किसी प्राइवेट पैथालॉजी पर लिख दिए। इस पर वहां पर मौजूद एक आशा संगिनी दूसरे पैथालॉजी पर जांच लिखने की बात कही। इसी को लेकर डाक्टर और आशा संगिनी में विवाद शुरू हो गया। कुछ ही देर में अस्पताल में घूम रही आशा संगिनी एकजुट हो गई, इस पर नाराज डॉक्टरों नें ओपीडी सेवा बंद कर दिया।
घटना की सूचना पर सीएमओ डॉ.आरएस दुबे भी मौके पर पहुंच गये और डॉक्टरों और आशा संगिनियों से बातचीत करके दोनो पक्षों की बातें सुनी। डॉक्टरों नें आशा संगिनियों और आशा संगिनियों ने चिकित्सकों पर गम्भीर आरोप लगाये। सूत्रों की मानें तो कमीशनबाजी के चक्कर में सीएचसी से मरीजों को अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, खून इत्यादि जांच के लिए प्राइवेट पैथालॉजी केन्द्रों पर भेजा जाता हैं। कमीशन के चक्कर में आए दिन डॉक्टरों से आशा संगिनी विवाद करती हैं। कप्तानगंज के सीएचसी प्रभारी समेत सभी डॉक्टरों नें सीएचसी के चार आशा संगिनियों पर कार्रवाई करने के लिये पत्र लिखा है। सीएमओ डॉ.आरएस दुबे नें बताया कि सीएचसी पर आशा द्वारा डॉक्टरों से विवाद किया जाता हैं। मामले की विधिवत जांच करके कार्रवाई करूंगा।
इस संबंध में आशा संगिनियों का कहना है डाक्टर द्वारा एक बुजुर्ग आशा संगिनी के साथ अभद्रता की गई है, जिस पर आशा संगिनियों नें विरोध जताया है। उक्त चिकित्सक बार-बार अस्पताल में अभद्रता से पेश आते हैं। अस्पताल से जुड़े हुए स्टाफ प्राइवेट अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों के चंगुल में हैं। अगर आला अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी कैमरे की जांच कर ली जाए तो मामले की सारी जानकारी हो जाएगी।