अजीत पार्थ न्यूज लखनऊ
पिछले करीब 30 घंटों से बिजली कर्मियों द्वारा की जा रही विद्युत हड़ताल के मद्देनजर शनिवार की दोपहर करीब दो बजे ऊर्जा विभाग के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। उनके मुताबिक पिछले 5 दिनों से बिजली कर्मियों के कुछ संगठन हड़ताल पर हैं, हमने उनसे वार्ता की लेकिन बात नहीं बनी। हम बातचीत करने को तैयार हैं और उन्हें 4 घंटे की मोहलत दी जा रही है, सायं छः बजे तक अगर हड़ताल समाप्त नहीं होती है तो संविदा एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बर्खास्त करने की कार्यवाही की जाएगी। इसी के साथ विद्युत व्यवस्था संचालित करने के लिए आईटीआई पास एवं पॉलिटेक्निक के छात्रों की नई भर्ती की व्यवस्था बना ली गई है जिसके आदेश प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को दे दिए गए हैं। जो संगठन हमारे साथ हैं उनके लिए विशेष धन्यवाद है। एनटीपीसी समेत कुछ निजी संस्थान हमारी मदद कर रहे हैं इसी के साथ जनता नें भी हमारा साथ दिया है। हमारी क्षमता 27000 हजार मेगावाट है और मांग अभी आधी चल रही है। मौसम की वजह से हमारी कुछ लाइन डिस्टर्ब हुई हैं। कर्मचारियों नें कुछ जगह लाइन डिस्टर्ब करने की कोशिश की है। कुछ लोगों ने कानून को हाथ मे लेने की कोशिश की है। जहां भी वारदात हो रही है वहां की डिटेल हमारे पास है।
ऊर्जा मंत्री के मुताबिक पावर कारपोरेशन 1 लाख करोड़ के घाटे में है, और करीब 80 हजार करोड़ का लोन भी है। हाईकोर्ट नेें भी हड़ताल पर नोटिस दिया है
22 लोगो पर इसेंशियल सर्विस के तहत केस दर्ज हुआ है। जो अव्यवस्था कर रहे हैं उनपर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। 6 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनको लखनऊ के बाहर रखने का निर्देश दिया गया है। मंत्री के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मियों की नौकरी स्थायी नहीं होती है। इसी के साथ
1332 आउटसोर्सिंग कर्मियों को बर्खास्त भी किया गया है। जरूरत पड़ेगी तो सरकार हजारों लोगों को बर्खास्त करेगी। उन्होंने बताया कि किसी को नौकरी आसानी से नहीं मिलती है। एके शर्मा के अनुसार कर्मचारियों को 4 घंटे का समय देता हूं,
आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मी हड़ताल से वापस नहीं लौटे तो बर्खास्तगी की जाएगी।