अजीत पार्थ न्यूज संवाददाता बस्ती
जनपद के प्रमुख चिकित्सा संस्थान कैली अस्पताल में गुरुवार की शाम करीब पौने छः बजे हास्पिटल में भर्ती एक महिला नें बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आराधना 30 पत्नी सत्यनारायण गौड़ निवासी भानपुर बाबू, थाना सोनहा, बस्ती को दोपहर एक बजकर आठ मिनट पर भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार महिला की आंत सिकुड़ गई थी,जिसका आपरेशन दस दिन पूर्व अपोलो हॉस्पिटल लखनऊ में कराया गया था। दर्द अधिक होने पर आज उसे कैली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान दर्द अधिक होने पर वह शाम को वार्ड के बगल में स्थित बाथरूम में जाकर रस्सी के सहारे फांसी का फंदा लगाकर झूल गई। बाथरूम के बाहर खड़ी महिला नें देर होने पर आवाज लगाया तो कुछ भी आवाज न आने पर वह बाथरूम में घुस गई तो देखा कि आराधना फांसी के फंदे पर लटक रही है, आनन-फानन में चाकू द्वारा रस्सी काटकर शव को नीचे उतारा गया।
महिला के भाई नें आरोप लगाया है कि उसके बहन का इलाज डॉ.डीके पाल के द्वारा किया जा रहा था। वह अपने इलाज से संतुष्ट नहीं थी, इस कारण उसने फांसी लगा लिया। अस्पताल में भर्ती महिला के फांसी लगाने की सूचना पर पूरे हास्पिटल में अफरा-तफरी मच गया। सूचना पर मौके पर पहुंची सोनूपार चौकी की पुलिस शव को कब्जे में ले लिया है। इस दौरान परिजनों नें डॉक्टर के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों को मनाने के लिए अस्पताल का प्रशासनिक अमला लगा हुआ है।
उक्त प्रकरण के संबंध में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है,उसका इलाज करने वाले चिकित्सक उसे विशेष रूप से देख रहे थे, परिजनों का आरोप अनर्गल है।