और जब डीएम साहब पहुंच गए सीएमओ कार्यालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित चौंतीस स्टाफ मिले नदारद, सभी का एक दिन का वेतन रोकने का दिया निर्देश

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

जिलाधिकारी के अचानक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पहुंचने पर पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। पूरा मामला कानपुर जनपद का है। जहां पर डीएम नें सीएमओ समेत 34 स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी सुबह अचानक जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए। वहां पर सीएमओ, डॉक्टर और अन्य अधिकारी-कर्मचारी नदारद पाए गए। उन्होंने सभी का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया। साथ ही आगे लापरवाही बरतने पर विभागीय कार्रवाई की बात कही है।

सूचना के अनुसार जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर सीएमओ कार्यालय पहुंचे।वहां पर समय से अधिकतर अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। हैरत तब हुई जब खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। उन्होंने उपस्थिति पंजिका की जांच किया तो, इस दौरान उन्हें मौके पर कुछ ही डॉक्टर और कर्मचारी मिले। इसके बाद जिलाधिकारी नें अनुपस्थित मिले सभी अधिकारी और कर्मचारियों के एक दिन का वेतन रोके जाने का आदेश दिया है।

जिलाधिकारी को कार्यालय में सीएमओ समेत 34 लोग अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह नें सीएमओ कार्यालय का औचक निरीक्षण के बाद सभी पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने सभी का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दे दिए। इस दौरान सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी समेत 34 लाेग उन्हें अनुपस्थित मिले।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार अधिकारी सरकार के आदेशों को दरकिनार कर अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सीएमओ कार्यालय में निरीक्षण के दौरान उन्हें 10 में से 5 डॉक्टर, 8 में से 7 कर्मचारी और 43 नियमित कर्मचारियों में से 13 अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने बताया कि खुद इनके टीम लीडर सीएमओ 10 बजकर 20 मिनट तक मौजूद नहीं थे। उन्होंने बताया कि सुबह 10 बजे से 12 बजे तक सभी अधिकारी जनता की समस्याएं सुनने के लिए कार्यालय में मौजूद रहेंगे। इस दौरान अस्पताल के निरीक्षण में भी उन्होंने गंदगी पाए जाने पर कर्मचारियों को सीएमओ कार्यालय और कांशीराम अस्पताल में साफ-सफाई के लिए ध्यान रखने के लिए आदेश दिया।

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