अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
अभी तक आप लोगों नें देखा और सुना होगा कि सरकारी नौकरी में कार्यरत पिता की मौत के केवल एक आश्रित को सरकार द्वारा अनुकंपा पर मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिलती है, लेकिन एक ऐसा अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है कि सहायक अध्यापक पिता की असामयिक मृत्यु के बाद उसके चारों बेटों नें कूट रचना कर मृतक आश्रित कोटे से नौकरी हथिया लिया।
उक्त पूरा मामला अयोध्या जनपद का है जहां पर शिक्षा विभाग में माफिया सक्रिय होने की बात तो आए दिन चर्चा में रहती है, किन्तु शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर मृतक आश्रित कोटे में एक ही पिता की चार संतानों नें नौकरी हथिया लेने का ऐसा शायद यह पहला मामला प्रकाश में आया है। एक मृतक आश्रित पर चार-चार नौकरी हासिल करने वाले पुत्रो पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर नौकरी लेने का आरोप लगा है। मजे की बात यह कि मृतक आश्रित कोटे में नौकरी करने वाले चारो आरोपी वर्तमान समय में सेवानिवृत्त होकर पेंशन ले रहे हैं। गलत तरीके से लिए गए वेतन और ली जा रही पेंशन की शिकायत अवधेश कुमार शुक्ल ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व बेसिक शिक्षा विभाग के अन्य उच्चाधिकारियों से किया है। उक्त शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त घटना खंडासा थानाक्षेत्र के अमावासूफी ग्राम का है। अमावासूफी ग्राम निवासी स्वर्गीय शीतला प्रसाद शुक्ल प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक थे। इनकी मृत्यु सेवाकाल में हो जाने के कारण एक पुत्र को ही नौकरी मिलनी थी। किंतु चारों भाइयों राम आसरे शुक्ल, राम प्रसाद शुक्ल, स्वामी प्रसाद शुक्ल व हरि प्रसाद शुक्ल नें कूट रचना करके नौकरी हांसिल कर लिया। तीन पुत्र अध्यापक के पद पर नियुक्त हो गए जब कि एक पुत्र को चपरासी के पद पर नौकरी मिली। अब शिकायत होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग है खलबली मच गया है। शिकायत पर जांच होने के बाद वेतन व पेंशन की रिकवरी के साथ फ्राड के मुकदमें में चारो भाई जेल की हवा खा सकते हैं। शिकायत बीएसए के साथ शिक्षा विभाग के अन्य उच्च अधिकारियों से भी की गई है।