सरयू नदी के उफान व तेज कटान में समाया काशीपुर गांव का बीस बीघा जमीन

बस्ती

जनपद के विकास खण्ड विक्रमजोत अन्तर्गत बांध निर्माण भले ही पूर्ण कर लिया गया है, किन्तु सरयू नदी की विभीषिका से लोग आज भी परेशान हैं। यदि समय रहते ग्रामीण व जिम्मेदार अधिकारी खनन पर अंकुश लगाये व धारा के मध्य में जमें मलबे का समय समय पर ड्रेजिंग करायें तो कटान की विभीषिका पर अंकुश पाया जा सकता है।
विक्रमजोत विकास खण्ड अन्तर्गत काशीपुर गांव में तेज बहाव व कटान के चलते कृषि योग्य बीसों बीघा जमीन न केवल नदी की धारा में समाहित हो गया अपितु अभी भी कटान जारी है इससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है। यदि इसी तरह कटान जारी रहा तो खेती कहां करेंगे।

ग्रामीणों ने घटनास्थल का वीडियो बनाकर बाढ़ क्षेत्र के लिए व्यापक संघर्ष कर तटबंध विहीन गांवों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने वाले समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा व जिले के आला अधिकारियों से अपील किया है कि उनके गांव के कृषि योग्य भूमि की सुरक्षा हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करायें। समाजसेवी ने ग्रामीणों की अपील पर बाढ़ खण्ड के अधिशाषी अभियंता दिनेश कुमार से फोन पर सूचना देते हुए जनहित में त्वरित आवश्यक कदम उठाने की मांग किया जिसे गंभीरता से लेते हुए अधिशाषी अभियंता ने बताया कि हम बंधे सड़क व गांव के कटान को रोकने हेतु बाढ़ रोधी कार्य सुनिश्चित करते हैं। मैदानी क्षेत्रों में कटान रोकना कठिन होता है किन्तु हम तत्काल हर सम्भव सुरक्षा कार्य सुनिश्चित कराने हेतु वहां के कर्मचारियों को निर्देशित किया गया।देर शाम कटान स्थल का निरीक्षण किया जाएगा।

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