अजीत पार्थ न्यूज संवाददाता कुदरहा बस्ती
जनपद के विकास खंड कुदरहा अंतर्गत कुआनो नदी के गोनार घाट पर ग्राम प्रधान अजीत पाल उर्फ डब्लू द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी लकड़ी एवं बांस से निर्मित अस्थायी पुल का निर्माण कराकर उसे संचालित करा दिया है।
उल्लेखनीय है कि गोनार घाट पर आवागमन हेतु कोई पुल नहीं होने की वजह से गांव के आसपास के ग्रामों के पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीणों को लालगंज बाजार, महादेवा, बड़गों, तेंनुआ, बरतनिया, भिटहा इत्यादि ग्रामों में आने-जाने के लिए काफी संकट का सामना करना पड़ता है। स्थिति यह है कि बाढ़ के मौसम में लालगंज बाजार पहुंचने के लिए ग्रामीणों को कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। ग्राम निवासी अमरनाथ यादव, सुभाष, शिवचरन, रजनी, रामरती, अनारा एवं चंद्रभान निषाद के अनुसार कुआनो नदी पर पुल न होने की वजह से हम लोग करीब छः महीने काफी संकट का सामना करते हैं। बाढ़ के महीने में लकड़ी का पुल भी बह जाता है। इस कारण ग्रामीणों को कई किलोमीटर का चक्कर लगाकर लालगंज, महादेवा, मुंडेरवा इत्यादि स्थानों पर जाते हैं।
ग्राम प्रधान अजीत पाल उर्फ डब्लू के मुताबिक लकड़ी एवं बांस से निर्मित यह पूर्ण ग्रामीणों के लिए लाइफ लाइन साबित होता है। उक्त पुल करीब छः महीने तक ग्रामीणों की सेवा में रहता है, लेकिन नदी में बाढ़ आ जाने की वजह से पुल धराशायी हो जाता है। इस पुल के माध्यम से गोनार गांव के निकट के कई गांवों के बच्चे विद्यालयों में पढ़ने जाते हैं, साथ ही ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की जरूरत को स्थानीय लालगंज, महादेवा बाजार से पूरी करते हैं। चूंकि बाढ़ प्रभावित एवं माझा क्षेत्र होने की वजह से इस क्षेत्र में दुधारू पशु भी बड़ी मात्रा में पाले जाते हैं और ग्रामीण इसी लकड़ी और बांस के पुल के माध्यम से दूध इत्यादि सामानों को बेचने के लिए स्थानीय बाजारों में जाते हैं। उक्त लकड़ी एवं बस का पुल बनने की से क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल छः महीने के लिए ही कारगर होता है। फिलहाल गोनार घाट पर स्थायी पुल निर्माणाधीन है।