नवजात के गोल्डन टाइम का भरपूर सदुपयोग करें स्टाफ नर्स: डॉ.पीके श्रीवास्तव

दो दिवसीय पुनरीक्षित नवजात शिशु प्रशिक्षण कार्यक्रम

अजीत पार्थ न्यूज बस्ती

वीरांगना रानी तलाश कुंवरि महिला चिकित्सालय के हौसला ट्रेनिंग सेंटर में गुरुवार से दो दिवसीय पुनरीक्षित नवजात बच्चों के देखभाल हेतु विशिष्ट प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात एएनएम सहित सहित स्टाफ नर्सो नें प्रतिभाग किया।

प्रशिक्षण प्रदान करते हुए सीएमएस जिला महिला चिकित्सालय डॉ. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव नें कहा कि स्टाफ नर्सो को नवजात शिशु के जन्म के बाद मिले उसके गोल्डन टाइम का भरपूर सदुपयोग करने की कोशिश करना चाहिए। अगर बच्चा सही से दुग्धपान नहीं कर रहा है, तो इसके लिए उसे बेहतर ढंग से प्रयास करते हुए जल्द से जल्द स्तनपान करना चाहिए। साथ ही बच्चे को मां के सीने से लगाए रखें। चिकित्सा विज्ञान के अनुसार तत्काल ब्रेस्ट फीडिंग कराने से प्रसूता को विशेष हार्मोन्स श्रावित होते हैं जिसके कारण प्रसूता के गर्भाशय से निकलने वाले रक्त का स्राव कम हो जाता है। अगर सही ढंग से स्तनपान कराने की क्रिया नहीं कराई गई तो बच्चा मानसिक रूप से विकलांग भी हो सकता है, इस कारण टीम वर्क का साथ लेते हुए कम से कम समय में नवजात को मां का स्तनपान कराते हुए मानसिक विकलांगता कम किया जा सकता है। इस दौरान स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न टिप्स उन्होंने प्रशिक्षार्थियों को प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से बताया कि अगर प्रसूता को दो-तीन तथा चार की संख्या में शिशुओं का जन्म होता है, तो उन्हें किस प्रकार से स्तनपान कराना चाहिए।

प्रशिक्षण के दौरान प्रमुख रूप से डिप्टी सीएमओ रणजीत सिंह, प्रशिक्षक एसएनआईसीयू के इंचार्ज डॉ. तैय्यब अंसारी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.पंकज शुक्ला विशेष रूप से मौजूद रहे।

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