अजीत पार्थ न्यूज इंपैक्ट
एपी न्यूज एजेंसी लखनऊ
आखिरकार कयासों को धत्ता बताते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री राज किशोर सिंह अपने पूरे परिवार के साथ गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पिछले आठ सालों से राजनीतिक वनवास झेल रहे राजकिशोर सिंह अपने भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल व पुत्र पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ शानू के साथ पार्टी मुख्यालय में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह के समक्ष भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया। इस दौरान बस्ती जनपद से लोकसभा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी भी मंच पर मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा में शामिल होने से पहले राजकिशोर सिंह अपने भाई डिंपल सिंह के साथ सांसद हरीश द्विवेदी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। राजकिशोर सिंह के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान बस्ती जनपद से बड़ी संख्या में उनके चाहने वाले शुभचिंतक भाजपा कार्यालय लखनऊ में मौजूद रहे। बस्ती की राजनीति के लिए राजकिशोर सिंह का भाजपा में जुड़ना आगामी समय में मील का पत्थर साबित होगा।
राजकिशोर सिंह नें अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत बसपा से हरैया विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने के साथ किया था, कुछ दिन बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।साल 2014 में सपा नें उन्हें डिंपल सिंह के साथ निष्कासित कर दिया था। उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में वह पराजित हो गए।साल 2019 का लोकसभा चुनाव वह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लड़े थे जिसमें उन्हें करीब 87000 मत प्राप्त हुए थे, और एक बार पुनः उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था। उसके बाद वह फिर से बसपा में शामिल हो गए थे, लेकिन 2023 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अयोध्या दौरे के दौरान उनके भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल द्वारा जोरदार स्वागत करने के कारण एक बार पुनः बसपा नें उन्हें भाई समेत निष्कासित कर दिया था। पिछले करीब एक साल से उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे।