दिल्ली के बहुचर्चित राव आईएएस कोचिंग का मामला
अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
आईएएस बनने का सपना संजोए हुए दिल्ली गई अंबेडकर नगर की छात्रा श्रेया यादव को कहीं से यह भान नहीं था कि वह दोबारा अपने माता-पिता से नहीं मिल पाएगी, क्योंकि उसनें भारत की नंबर एक की श्रेणी में शुमार राव आईएएस कोचिंग में दाखिला लिया है। वह क्या जानती थी कि जिस हंसी-खुशी से एक महीने पहले परिजन उसे कोचिंग में पढ़ने के लिए विदा कर रहे हैं, वह अब उनसे कभी नहीं मिल पाएगी।
उल्लेखनीय है कि अंबेडकरनगर जनपद के अकबरपुर तहसील अंतर्गत हासिमपुर, बरसावां निवासी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र यादव की भतीजी श्रेया यादव की दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित राव आईएएस कोचिंग में पानी भरने की वजह से शनिवार को मौत हो गई। श्रेया की मौत से गांव में गम का माहौल है। श्रेया नें जून 2024 में सिविल परीक्षा की तैयारी के लिए राव कोचिंग में प्रवेश लिया था।
इसी के साथ राव आईएएस कोचिंग सेंटर में मारे गए तीनों छात्रों की पहचान हो गई है। इनमें नेविन डालविन, तान्या सोनी एवं श्रेया यादव शामिल हैं। तीनों छात्रों के शव रविवार की रात को बेसमेंट से बाहर निकाले गए हैं। जिसमें नेविन डालविन केरल का निवासी बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बेसमेंट में बायोमेट्रिक डोर की वजह से छात्र बाहर नहीं निकल पाए और उनकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में झकझोर देने वाली घटना हुई है। दिल्ली जैसे शहर के पॉश इलाके में सबसे प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में, युवा छात्र बारिश का पानी भरने से डूबकर मर जाते हैं। यह बहुत ही शर्मनाक है। बताया जा रहा कि कोचिंग के बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, यहां पर करीब 35 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक इतना पानी आ गया कि छात्रों को वहां से निकलने का मौका तक नहीं मिला। बेसमेंट में अचानक ही पानी भरने लगा था, जब तक छात्र छात्राएं अलर्ट होते काफी देर हो चुकी थी और तीन छात्रों की दर्दनाक तरीके से जान चली गई। उक्त मामले में पुलिस नें अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
विचारणीय प्रश्न यह है कि लाखों रुपये लेने के बाद उक्त नामी गिरामी कोचिंग सेंटर छात्रों के भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ करते हैं। जबकि उक्त घटना दिल्ली के पाॅश कलोनी में हुई है।